प्रयागराज. यूपी में माफियाओं, बाहुबलियों और दूसरे अपराधियों के खिलाफ शुरू हुआ ऑपरेशन नेस्तनाबूत का सबसे ज्यादा असर प्रयागराज में देखने को मिल रहा है. प्रयागराज में माफियाओं और बाहुबलियों के खिलाफ की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई ने हाफ सेंचुरी पूरी कर ली है. यहां सरकारी बुलडोज़रों ने जिन बड़े अपराधियों की आलीशान इमारतों को जमींदोज किया है, उनमे पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद, भदोही के दबंग विधायक विजय मिश्र, अंडरवर्ल्ड से जुड़े बीएसपी पार्षद बच्चा पासी, सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्र और छोटा राजन गिरोह के शार्प शूटर कहे जाने वाले राजेश यादव का नाम शामिल है.


ऑपरेशन नेस्तनाबूत के तहत प्रयागराज में अब तक माफियाओं और बाहुबलियों की 1200 करोड़ रूपये से ज्यादा की सम्पत्ति या तो जमीदोज की गई है या फिर उन्हें जब्त किया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो माफियाओं के कब्जे से खाली कराई गई जमीनों पर पुलिस चौकी, पार्किंग और पत्रकारों - वकीलों व व्यापारियों के लिए कम कीमत वाले मकान बनाए जाने का एलान तक कर दिया है. ऑपरेशन माफिया को लेकर बड़े नाम वाले कई रसूखदार और सफेदपोश अपराधियों में इस कदर खौफ पैदा हो गया है कि वह अपने अवैध निर्माण को खुद ही तुड़वाने लगे हैं.


बिकरू कांड के बाद शुरू हुआ अभियान
कानपुर के बिकरू कांड के बाद यूपी की योगी सरकार ने सूबे में माफियाओं, बाहुबलियों और दूसरे अपराधियों के खिलाफ ऑपरेशन नेस्तनाबूत अभियान चलाए जाने का एलान किया था. इसके तहत माफियाओं के आर्थिक स्रोतों पर चोट किये जाने का फैसला लिया गया था. प्रयागराज में इस अभियान की शुरुआत पिछले साल 26 अगस्त से हुई थी. पहले दिन पूर्व बाहुबली सांसद अतीक की 7 संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त किया गया था. जिले में सरकारी बुलडोजरों के जरिये ध्वस्तीकरण अभियान की पहली कार्रवाई 5 सितंबर को हुई थी. इस दिन हाईकोर्ट पानी की टंकी के पास अतीक अहमद के करीबी रिश्तेदार इमरान की दो मंजिला इमारत जमींदोज की गई थी.


अतीक के खिलाफ हुई सबसे ज्यादा कार्रवाई
सबसे ज्यादा चोट माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद और उसके गैंग पर हुई. पहले अतीक का दफ्तर गिराया गया, उसके बाद उसका पुश्तैनी घर. जिस घर से अतीक के गुनाहों की हुकूमत चलती थी, 22 सितंबर को उसे कुछ ही घंटों में जमींदोज कर दिया गया. अतीक की आलीशान हवेली अब मलबे के ढेर में तब्दील हो चुकी है. अतीक के घर और दफ्तर के साथ ही उसके छोटे भाई पूर्व खालिद अज़ीम उर्फ़ अशरफ की ससुराल, साढ़ू इमरान आलीशान हवेली और दो मंजिला कॉमर्शियल बिल्डिंग के अलावा करीब दो दर्जन करीबियों व गैंग मेम्बर्स के आशियानों पर भी सरकारी बुलडोजरों के जरिये चोट की गई. प्रयागराज में अकेले अतीक और उसके गुर्गों की एक हजार करोड़ रूपये से ज्यादा की संपत्ति या तो मलबे और मिट्टी के ढेर में तब्दील कर दी गई है या फिर उन्हें जब्त कर वहां प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं.


विजय मिश्रा के खिलाफ भी हुई बड़ी कार्रवाई
अतीक के बाद सबसे बड़ा नाम भदोही के दबंग विधायक विजय मिश्र का नाम आता है. शहर के अल्लापुर इलाके में विजय मिश्र की करीब दस करोड़ रूपये की आलीशान कोठी पिछले साल पांच नवंबर को जमींदोज की गई. इसके ठीक नजदीक चार मंजिला शॉपिंग काम्प्लेक्स को भी ध्वस्त किये जाने की तैयारी की गई थी, लेकिन दबंग विधायक ने पूरे काम्प्लेक्स को गिरने से बचाने के लिए हाईकोर्ट में इस बात का हलफनामा दे दिया कि अवैध हिस्से को वह खुद ही गिरवा देगा. हाईकोर्ट में दिए गए हलफनामे पर अमल करते हुए विजय मिश्र अपने काम्प्लेक्स के अवैध हिस्से को खुद ही गिरवा रहा है.


ऑपरेशन को लोगों से मिल रही वाहवाही
योगी सरकार के इस ऑपरेशन को खूब वाहवाही मिल रही है. आम जनता की बात करें तो ज्यादातर लोग इस अभियान से बेहद खुश हैं और वह मानते हैं कि इससे अपराधियों के हौसले पस्त होंगे. इसके साथ ही अपराधों पर भी लगाम लग सकेगी.


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