Uttar Pradesh News: कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते खतरे के बीच जहां एक तरफ मॉक ड्रिल करके तैयारियों का जायजा लिया गया तो वहीं यूपी के हमीरपुर जिले का सरकारी अस्पताल कोरोना से निपटने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है. यहां एक साल से तैयार पड़े ICU में ताला बंद है और स्टाफ की तैनाती न होने की वजह से अभी तक चालू ही नहीं हो पाया है. मंगलवार को पूरे प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल करके तैयारियों का जायजा लिया गया, लेकिन हमीरपुर जिला अस्पताल (Hamirpur District Hospital) का ICU ही शुरू नहीं हो सका है. 


ऐसे में सवाल यह है कि अगर कोरोना ने फिर से अपना कहर दिखाया तो हमीरपुर के लोगों का क्या होगा. पिछली बार के कोरोना लहर से स्वास्थ्य विभाग ने क्या सीखा? क्या अचानक से सभी तैयारियां हो जाएंगी?. जहां एक तरफ सरकार और विभाग की तरफ से लोगों को कोविड नियमों का पालन करने और सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है तो वहीं जिला अस्पताल में तैयारियां नहीं होना चिंता की बात है.


स्टाफ की भी है कमी
हमीरपुर जिला अस्पताल में पिछले एक वर्ष से लाखों की लागत से बने आईसीयू यानी (इंटेंसिव केयर यूनिट) अब तक चालू नहीं हो सके हैं. इनमें अब तक स्टाफ की तैनाती भी नहीं हो सकी है. आईसीयू में रखे वेंटिलेटर और मशीनें धूल फांक रही हैं. स्वास्थ्य महकमा इसको चालू कराने को लेकर गंभीर नहीं है, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ सकता है. यहां अगर गंभीर मरीज आता है तो उसे कानपुर रेफर किया जाता है जिससे कई बार मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. 


अधिकारी ने क्या कहा
इस मामले में हमीरपुर जिला अस्पताल के सीएमएस के.के. गुप्ता का कहना है कि ICU में मशीनों की कमी है, साथ ही ICU के लिए स्टाफ ही नहीं है, शासन को कई बार लिखा जा चुका है, उम्मीद है जल्द ही स्टाफ मिल जाएगा तब ICU चालू हो सकेगा.


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