हमीरपुर, एबीपी गंगा। यूपी के हमीरपुर जिले में सामूहिक हत्याकांड के आरोपी बीजेपी विधायक अशोक सिंह चंदेल को आखिरकार जेल प्रशासन ने आगरा जेल में शिफ्ट कर दिया है। हमीरपुर जेल प्रशासन ने सुरक्षा कारणों और जेल का माहौल बिगड़ने के चलते शासन से उन्हें यहां से हटाने की मांग की थी, जिसके बाद अशोक सिंह चंदेल को हमीरपुर जिलाकारागर से आगरा कारागार में पहुंचा दिया गया है।


पांच लोगों का हुआ था नरसंहार 


हमीरपुर में 22 साल पहले 26 जनवरी, 1997 को शहर कोतवाली कस्बे के सुभाष बाजार में शाम 7 बजे एक ही जाति के 10 लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चली थीं। जिसमें पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हुए थे। इस सामूहिक हत्याकांड में पीड़ित पक्ष के दोनों सगे भाइयों की भी मौत हो गई थी। जिसके बाद इस मामले में कोतवाली में 12 लोगों के खिलाफ धारा 302/307/148/149 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं, हमीरपुर के कोर्ट ने 10 लोगों को बरी भी कर दिया था, जिसके बाद फैसला देने वाले दो जजों को बर्खास्त भी किया जा चुका है।


अभी तक हमीरपुर जेल में बंद था दोषी बीजेपी विधायक


कोर्ट के इस फैसले के बाद 12 अप्रैल, 2107 को जिला जज बी.राम ने एक आरोपी रुक्कू को इस हत्याकांड का दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा और 9 हजार का अर्थदंड का सजा सुनाई। इसी आधार पर पीड़ित परिवार ने हाई कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई। हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मामले में बीजेपी विधायक अशोक सिंह चंदेल और रघुवीर सिंह, आशुतोष सिंह उर्फ डब्बू, साहब सिंह ,भान सिंह, प्रदीप सिंह, उत्तम सिंह ,श्याम सिंह को दोषी मानते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी। ये सभी हमीरपुर जेल में सजायाफ्ता थे।


हमीरपुर हत्याकांड मामला क्या है?


दरअसल, अशोक सिंह चंदेल और राजीव शुक्ला के परिवारों के बीच वर्चस्व को लेकर पुरानी रंजिश रही थी। 26 जनवरी, 1997 में राजीव शुक्ला के परिवार के तीन सदस्यों समेत पांच लोगों की हत्या हुई थी। जिनकी हत्या की गई थी, उनके राजीव शुक्ला के बड़े भाई राजेश शुक्ला, राकेश शुक्ला, राकेश का पुत्र गणेश के अलावा वेद प्रकाश नायक और श्रीकांत पांडे (निजी सुरक्षाकर्मी) हैं।


दोषी विधायक आगरा जेल शिफ्ट


इस मामले में विधायक अशोक सिंह चंदेल समेत 12 नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इस हत्याकांड में आरोपी साबित होने के बाद बीजेपी विधायक ने हमीरपुर कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया था। जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें हमीरपुर जिला कारागार में बंद करने का आदेश दिया। जब जिलाकरागर के पुलिसकर्मियों को जेल का माहौल बिगड़ने की आशंका लगी तो यूपी सरकार ने जिलाकरागर की बात को गंभीरता से लेते हुए अशोक सिंह चंदेल को आगरा जेल और शराब व्यवसायी डब्बू सिंह को फतेहगढ़ जेल में शिफ्ट करने का फैसला किया।