Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में हमीरपुर (Hamirpur) से होकर गुजरने वाली यमुना (Yamuna River) और बेतवा (Betwa River) में बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. वहीं छोटी छोटी नदियां भी उफान मार रही हैं और पानी रपटे जैसे बने पुलों के ऊपर से गुजर रहा है. हमीरपुर प्रशासन (Hamirpur Administration)  ने आज अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि अन्य प्रदेशों में हुई मूसलाधार बारिश (Heavy rain) से डैम उफना गए हैं, जिसकी वजह से उनका पानी निकाला जा रहा है. इस पानी से नदियों का पानी 3 से 4 मीटर बढ़ने के आसार हैं, ऐसे में नदियां खतरे के निशान को पार कर सकती हैं.


नदियों में छोड़ा गया पानी
हमीरपुर से यमुना, बेतवा और केन तीन बड़ी नदियां गुजरती हैं. कुछ ऐसी नदियां भी हैं जो ग्यारह महीने सूखी रहती हैं लेकिन बरसात में उफान मारती हैं. प्रशासन ने आज जो एलर्ट जारी किया है उसके अनुसार लगभग चार लाख क्यूसेक पानी माताटीला डैम से, डेढ़ लाख क्यूसिक पानी लह्चूरा डैम से बेतवा नदी में छोड़ा गया है. वहीं धौलपुर से दस लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया है. दोनों नदियों में छोड़े गए 15 लाख क्यूसेक पानी की वजह से नदियों का जलस्तर 3 से 4 मीटर बढेगा और खतरे के निशान को पार कर जायेगा.




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पार कर सकती हैं खतरे का निशान 
जिला प्रशासन ने यह भी बताया कि, यमुना का खतरे का निशान 103.63 है और फिलहाल यह 100 मीटर के ऊपर बह रही है जबकि बेतवा का खतरे का निशान 104.54 है, जबकि अभी यह 101 मीटर के ऊपर बह रही है. अगर इन दोनों नदियों के जलस्तर को देखा जाए तो अगले दिन तक दोनों नदियां खतरे के निशान को पार कर जायेंगी. प्रशासन ने फिलहाल अभी जिले के किसी भी क्षेत्र के प्रभावित होने से इनकार किया है जबकि छोटी नदियां चंद्रावल धसान और बिरमा नदी भी इस समय उफान मार रही हैं और कई जगह पानी रपटे के ऊपर से बह रहा है, ऐसे में प्रशासन ने नदियों के पास ना जाने की सलाह दी है.




जिलाधिकारी ने क्या कहा
जिलाधिकारी चंद्र भूषण त्रिपाठी का कहना है कि, हमीरपुर शहर यमुना और बेतवा के संगम पर है. संगम क्षेत्र से पहले ही दोनों नदियों का इस समय जलस्तर बढ़ा हुआ है. बेतवा में जलस्तर थोड़ा ऊंचा है जबकि यमुना का नीचे है. बेतवा का पानी बहुत तेजी से निकल रहा है लेकिन खतरे से काफी नीचे है. रात तक कुछ और पानी आने की उम्मीद है और हो सकता है खतरे के बिन्दु को स्पर्श कर जाए. अभी किसी को शिफ्ट करने की या राहत देने की स्थिति नहीं है. शिफ्ट करने के लिए हमारी पूरा तैयारी है. डिग्री कॉलेज के लिए सारी ड्यूटी लगा दी है. मंदिर के पास की सड़क में थोड़ी सी कटान की स्थिति है. वहां पर हमने बोल्डर स्टोर कर लिया है. हमारे इंजीनियर्स लगे हुए हैं. हम लोग कोशिश करेंगे कि इस पानी से जन धन की हानि न हो.


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