उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हमीरपुर (Hamirpur) जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र में स्थित एक सीमेंट फैक्ट्री के बाहर अज्ञात कारणों से एक मजदूर की मौत होने के बाद हंगामा शुरू हो गया. मजदूरों ने फैक्ट्री के बाहर नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया और मुआवज़े की मांग करने लगे. सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस और फैक्ट्री मैनेजमेंट ने मजदूरों को समझा बुझाकर जाम खुलवा दिया है. यह घटना सुमेरपुर थाना क्षेत्र के नजरपुर में जेके कम्पनी की एक निर्माणाधीन फैक्ट्री की है.
हाइवे पर जाम लगा दिया
यहां जिले के अलावा अन्य जिलों के मजदूर भी निर्माण कार्य में लगे हैं. आज ड्यूटी पूरी करके जैसे ही एक मजदूर गेट तक आया अचानक चलते चलते गिर गया और उसकी मौत हो गई. मृतक के मजदूर साथी जबतक कुछ समझ पाते उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद उसके अन्य मजदूर साथी उत्तेजित हो गए और काम ठप करके नेशनल हाइवे 34 पर जाम लगा दिया और फैक्ट्री मैनेजमेंट से मुआवजे की मांग करने लगे.
तीन बेटियां और पत्नी है
एक मजदूर बद्दल सिंह ने बताया कि, भीषण गर्मी पड़ रही है ऐसे में हम लोग काम पर लगे हैं. साथी मजदूर महेश की मौत हो गई है. मृतक की तीन बेटियां और पत्नी है. उनके जीवनयापन के लिए मुआवजा मिलना चाहिए.
पुलिस ने खुलवाया जाम
निर्माणाधीन फैक्ट्री से ड्यूटी पूरी करके लौट रहे मजदूर के मौत की सूचना पर फैक्ट्री मैनेजमेंट और स्थानीय पुलिस पहुंची जिसने नेशनल हाइवे पर जाम लगाए मजदूरों को समझा बुझाकर जाम खुलवा दिया है. इसके बाद जाम में फंसे वाहन चलने चलगे. इस समबन्ध में फैक्ट्री मैनेजमेंट कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है
थाना प्रभारी ने क्या बताया
सुमेरपुर थाना प्रभारी भरत कुमार का कहना है कि हमारा काम कानून व्यवस्था संभालना है. हमने जाम खुलवा दिया है. फैक्ट्री मैनेजमेंट और मजदूरों के बीच क्या बात हुई उसकी मुझे जानकारी नहीं है. मृतक महेश देवरिया का रहने वाला था जिसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.