Raksha Bandhan in Gorakhpur: देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस मौके पर बाजारों में भी काफी रौनक दिखाई दे रही हैं. बहनें उत्साह के साथ राखियां खरीदने के लिए बाजार में आ रही हैं. पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से रक्षाबंधन के अवसर पर खास उत्साह नहीं था, लेकिन इस बार दुकानदारों के चेहरे पर चमक है. इस बार बाजार में देश निर्मित हैंडमेड राखियों की बहार हैं. वहीं डोरेमॉन, मोटू-पतलू और इंडियन ट्वायज की बनी राखियां बच्चों को खूब लुभा रही है.
गोरखपुर के घंटाघर में राखियों का बाजार सजा हुआ है. फुटकर राखी की दुकानों पर राखी खरीदने के लिए काफी भीड़ जुट रही है. महिलाओं और बच्चों में भी खासा उत्साह दिखाई दे रहा है. इस बार की राखियां हर साल की अपेक्षा थोड़ी अलग दिख रही है. दुकानदार आशीष कुमार पटवा बताते हैं कि इस बार सारी राखियां हैंडमेड ही हैं. वे कहते हैं कि बच्चों के लिए डोरेमॉन, मोटू-पतलू और घड़ी के आकार की लाइटिंग वाली राखी उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि हैंडमेड इंडियन राखियां ही बाजार में हैं. उनके पास 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक की राखियां हैं.
इन राखियों की डिमांड ज्यादा
वे कहते हैं कि तीसरी लहर का डर भी लोगों के अंदर है. उन्होंने बताया कि इस बार राखी बहुत महंगी नहीं बिक रही है. सारी राखियां हैंडमेड हैं. रोली, चंदन, लक्ष्मी-गणेश, मोती, रुद्राक्ष, भाई-बहन और मोतियों की राखियों की डिमांड है. राखी खरीदने आई अनुराधा और आरती कुशवाहा कहती हैं कि बाजार में राखी काफी महंगी हैं. 25 से 30 रुपए तक की राखियां उन्होंने खरीदी हैं. उन्होंने बताया कि बाजार में बहुत भीड़ नहीं है.
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