Ramnavami 2024 के लिए अयोध्या में रामलला के मंदिर के बाद अब हनुमानगढ़ी का भी दर्शन शेड्यूल जारी किया गया. रामनवमी को देखते हुए 15 से 18 अप्रैल तक दर्शन का शेड्यूल जारी किया गया है. नया दर्शन शेड्यूल 15 अप्रैल से लागू हो जाएगा. नए शेड्यूल के अनुसार हनुमानगढ़ी पर सुबह 3:00 से 4:00 तक हनुमान जी की आरती पूजा और श्रृंगार होगा. दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रातः 4:00 बजे से शुरू हो जाएगा.
इसके बाद मंदिर का पट दोपहर 12:00 से 12:20 तक बंद रहेगा. भोग और आरती के लिए दर्शन प्रवेश प्रतिबंधित किया जाएगात. शाम 3:00 बजे से 3:20 तक आरती पूजा हेतु दर्शन किया जाएगा बंद. संध्या आरती हेतु रात्रि 10:00 बजे से 10:30 बजे तक श्रद्धालुओं का प्रवेश बाधित रहेगा. रात 11:30 पर हनुमानगढ़ी पर शयन आरती होगी . शयन आरती के बाद हनुमानगढ़ी बंद कर दिया जाएगा .
श्रद्धालुओं के लिए रामनवमी के दिन स्पेशल व्यवस्थाएं होगी. रामनवमी 17 अप्रैल को हनुमान जी का दर्शन पूजन और आरती का दौर रात 2:30 बजे से ही शुरू हो जाएगा . सुबह 3:30 पर दर्शनार्थियों का प्रवेश शुरू हो जाएगा.
18 अप्रैल तक वीआईपी दर्शन नहीं
इसके बाद दोपहर 11:45 से 12:20 तक भगवान राम के जन्म आरती के लिए हनुमानगढ़ी का कपाट बंद रहेगा . रामनवमी को सायं काल की आरती 3:00 से 3:20 तक होगी. इसके बाद रात 10:00 बजे 10:30 बजे तक संध्या आरती होगी संध्या आरती में भी प्रवेश बंद रहेगा. आमजन के लिए रात 11:30 बजे हनुमान लला का बंद पट हो जाएगा . हनुमानगढ़ी के गद्दी नशीन महंत प्रेमदास ने नया दर्शन शेड्यूल जारी किया है.
वहीं राम मंदिर की बात करें तो 18 अप्रैल तक वहां वीआईपी दर्शन पर प्रवेश बंद है. दूसरी ओर राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार मनायी जाने वाली राम नवमी के मद्देनजर लाखों श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने की उम्मीद है, जिसको लेकर सुरक्षा इंतजाम कड़े किये गये हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
सुरक्षा के सख्त इंतजाम
अधिकारियों ने बताया मेले की चाक चौबंद व्यवस्था के लिए संपूर्ण मेला क्षेत्र को कुल सात जोन तथा 39 सेक्टर में विभाजित किया गया है. वहीं, यातायात व्यवस्था को दो जोन तथा 11 क्लस्टर में विभाजित कर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मेले के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 11 अपर पुलिस अधीक्षक, 26 पुलिस उपाधीक्षक, 150 निरीक्षक, 400 उप निरीक्षक, 25 महिला उप निरीक्षक, 1305 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 270 महिला मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 15 कंपनी पीएसी, बाढ़ राहत की दो कंपनी, राज्य आपदा मोचन बल ( एसडीआरएफ) की एक टीम व आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की एक टीम को अतिरिक्त तैनात किया गया है.