प्रयागराज: हनुमान जयंती आज संगम नगरी प्रयागराज में भी पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाई जा रही है. इस मौके पर संगम तट पर स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर को खूबसूरती से सजाया गया है तो साथ ही बजरंग बली की लेटी हुई प्रतिमा का भव्य श्रृंगार किया गया है. इस मौके पर पवन पुत्र के दर्शन और उनकी पूजा- अर्चना के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है. दुनिया का यह इकलौता ऐसा मंदिर है जहां बजरंग बली आराम की मुद्रा में लेटकर अपने भक्तों को दर्शन देते हैं. श्रद्धालु यहां बजरंग बली की लेटी हुई प्रतिमा का दर्शन पूजन करते हैं और पवन पुत्र उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इस ख़ास मौके पर बजरंग बली से दुनिया को कोरोना की महामारी से निजात दिलाने की खास प्रार्थना की जा रही है.
मंदिर कैम्पस में जगह-जगह भजन कीर्तन और हनुमान चालीसा के पाठ चल रहे हैं. दूर दूर से भक्त निशान चढाने के लिए भी आ रहे हैं.
सुंदरकांड का पाठ व श्रंगार आरती
कोविड काल में मनायी जा रही हनुमान जयंती के मौके पर शाम पांच बजे मंदिर में विशेष आरती होगी. जबकि मंदिर के मुख्य सेवक महंत नरेन्द्र गिरी रात आठ बजे श्रृंगार आरती करेंगे. इस मौके पर साढ़े पांच बजे मंदिर परिसर में सामूहिक सुन्दरकांड का पाठ होगा और शाम छह बजे श्रद्धालु हनुमान जी को चढ़ने वाले छप्पन भोग का दर्शन कर सकेंगे.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य सेवक महंत नरेन्द्र गिरी ने हनुमान जयंती पर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि लोग मास्क लगाकर ही मंदिर में प्रवेश करें और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी सख्ती से पालन करें. महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि हनुमान जयंती के दिन बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन करने से भक्तों की सभी मनोकामनायें पूरी होती हैं.
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