UP Politics: यूपी सरकार के अल्पसंख्यक समाज कल्याण मंत्री एवं सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ( Om Prakash Rajbhar) इन दिनों अपने बयानों की वजह से चर्चा में बने हुए हैं. ओपी राजभर ने शनिवार को अपने बयान में कहा था कि, भगवान हनुमान जी का जन्म राजभर जाति में हुआ था. हनुमान जी पर दिए गये बयान पर ओपी राजभर ने कहा कि, "भगवान राम क्षत्रिय कुल में पैदा हुए थे, तो हनुमान जी भी किसी कुल में पैदा हुए होंगे."


ओपी राजभर ने आगे कहा कि, अहिल्या और तारा दो सगी बहन थीं, अहिल्या की शादी गौतम ऋषि से हुई थी और तारा की शादी बाली से हुई थी. बाली वानर थे, जो बताया जाता है. नल नील अंगत, जामवंत सुग्रीव और हनुमान इन सबको वानर की संज्ञा दी गई थी. ओपी राजभर ने उदाहरण देते हुए कहा कि, आज भी गांव के बच्चे खेलते-खेलते आपस लड़ाई-झगड़ा करते हैं और ये बात जब बुजुर्गों के पास जाती है तो कह देते हैं कि जाने दीजिये ये बाल वानर हैं.  


"आज 95 फीसदी लोग महाराज सुहेलदेव जी को जानते हैं"
ओपी राजभर ने कहा कि, एक समय था जब अहिरावण भगवान राम और लक्ष्मण को पाताल पुरी ले गया था, उन्हें वापस लाने की हिम्मत किसी में नहीं थी, वो हनुमान जी ही थे जो उन्हें पाताल पुरी से बाहर लाए थे. ओपी राजभर ने कहा कि, जैसे हनुमान जी भगवान राम और लक्ष्मण जी को पाताल पुरी से बाहर लाए थे, वैसे ही हम लोग महाराजा सुहेल देव जी को पाताल पुरी से वापस ले आए. आज से 22 साल पहले महाराज सुहेल देव जी को जानने वालों की संख्या 5% रही होगी, लेकिन आज वह संख्या 95% हो गई है. जो काम हनुमान जी ने किया, उसी तरह जो इतिहास छिपा था, जो देश के लिए लड़ा उस इतिहास को लोगों ने छिपा कर रखा. उसी इतिहास को हम लोग उजागर करने का काम किया है. इसका उदाहरण था.


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