रुद्रप्रयाग, एबीपी गंगा। रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार की सुंदरता पर चार चांद लगाने वाला हनुमान मंदिर अब कुछ समय बाद नजर नहीं आयेगा। हाईनकोर्ट के सार्वजनिक स्थानों से मंदिर-मस्जिद हटाने के आदेश के बाद अब प्रशासन हनुमान मंदिर को शिफ्ट करने की योजना बना रहा है और इसके लिये जमीन तलाशी जा रही है।
रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार में प्राचीन हनुमान मंदिर स्थित है। जबकि मंदिर के निकट ही एक पीपल का बहुत पुराना पेड़ है। हाईकोर्ट ने निर्देश जारी किये हैं कि 23 मार्च 2020 तक सार्वजनिक स्थानों पर स्थित मंदिर, मस्जिद आदि को हटाया जाय। रुद्रप्रयाग जिले में नौ ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया था। आठ स्थानों से पूर्व में ही मंदिर आदि को हटाया गया है। नौ में से अब मात्र एक रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार स्थित हनुमान मंदिर को हटाया जाना है। इस मंदिर से स्थानीय लोगों की आस्था भी जुड़ी हुई है। समय-समय पर मंदिर में अनेक धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होता रहा है। जबकि बाजार की पहचान ही हनुमान मंदिर है। मंदिर से पीपल का बहुत पुराना पेड़ भी सटा है।
हनुमान मंदिर मुख्य बाजार में बद्रीनाथ हाईवे को भी बांटता है। मंदिर के एक ओर से वाहन बाजार आते हैं तो दूसरी ओर से वाहन बाजार से बाहर निकलते हैं। अगर मंदिर को मुख्य बाजार से हटाया जाता है तो बाजार की सुंदरता भी खराब होगी और स्थानीय लोगों की आस्था को भी आघात लगेगा।
इस संबंध में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि पूरे जिले में ऐसी जगहों को लेकर सभी विभागों से सर्वे कराया गया था। नौ ऐसे स्थल मिले थे, जो कि नेशनल हाईवे, स्टेट हाई वे पर थे। आठ स्थलों को शिफ्ट किया गया है। रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार स्थित हनुमान मंदिर को एनएच के निर्माण के दौरान शिफ्ट किया जाना है। इस संबंध में स्थानीय लोगों से भी बात हो गई है। मंदिर के लिये जगह भी तय हो गई है।