Varanasi Happy New Year 2024: नए साल के जश्न से पहले यूपी का बनारस पैक हो चुका है. टूरिज्म के मद्देनजर अब उत्तर प्रदेश भी एक बड़ा केंद्र बन चुका है, जबकि सालों पहले घरेलू पर्यटन में दक्षिण भारत की अहम भूमिका होती थी. नए वर्ष पर वाराणसी आने वाले पर्यटक-श्रद्धालुओं की संख्या 10 लाख से भी अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसको लेकर वाराणसी के ज्यादातर होटल, नाव और क्रूज पूरी तरह बुक हो चुके हैं और पर्यटन विभाग ने भी पर्यटकों की सुविधाओं को देखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं.


टूटेगा बीते वर्षों का रिकॉर्ड- पर्यटन अधिकारी


एबीपी लाइव से बातचीत में पर्यटन अधिकारी राजेंद्र रावत ने बताया कि देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में नए वर्ष 2024 का जश्न मनाने के लिए भारी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने का अनुमान है. प्रमुख स्थलों में भगवान काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, साथ ही मां गंगा की विशेष आरती, संकट मोचन मंदिर, बनारस घाट, रामनगर, सारनाथ साथ ही हाल ही में शुभारंभ हुए उमरहां स्थित स्वर्वेद मंदिर में लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचेंगे. निश्चित तौर पर बीते वर्षों की तुलना में इस बार पर्यटकों की संख्या के सारे रिकॉर्ड टूटने का भी अनुमान है.


होटल, नाव, क्रूज की बंपर बुकिंग


राजेंद्र रावत ने ये भी बताया कि जनवरी के पहले सप्ताह के लिए भारी संख्या में लोगों ने वाराणसी के होटलों को बुक किया है. इसके अलावा अधिकांश नाव और आलीशान क्रूज की भी अच्छी बुकिंग देखी जा रही है. इसके साथ ही अभी जो शेष बचे हुए कुछ होटल हैं उनके भी आवश्यकता पड़ने पर बुकिंग तय किए जाएंगे. काशी विश्वनाथ मंदिर के बाद वाराणसी के सारनाथ स्थित साउथ एंड लाइट शो, गंगा आरती, नमो घाट और स्वर्वेद मंदिर दर्शन के लिए भारी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने का अनुमान है.


प्रमुख स्थलों पर रहेगा टूरिस्ट हेल्प सेंटर


पर्यटन विभाग के अधिकारी राजेंद्र कुमार रावत ने बातचीत में बताया कि पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाराणसी जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग ने विशेष तैयारी की है. वाराणसी के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बनारस घाट, सारनाथ, नमो घाट पर टूरिस्ट सुविधा केंद्र बनाए जा रहे हैं. जहां टूरिज्म पुलिस मदद के लिए पूरी तरह तत्पर रहेगी. वाराणसी आने वाले किसी भी पर्यटक को अगर कोई भी आवश्यकता या सहायता की जरूरत होती है तो इन सुविधा केंद्र के माध्यम से वह प्रशासन से संपर्क कर सकेंगे. 


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