संभल जा रहे चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने रोका, सांसद बोले- 'इसकी CBI जांच हो'
UP News: संभल में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को हापुड़ पुलिस ने संभल जाने से रोक दिया. उन्होंने कहा कि संभल में जो तांडव हुआ है वो किसी से छिपा नहीं है.
Hapur News: संभल में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद हालातों का जायजा लेने के लिए संभल जा रहे भीम आर्मी चीफ व नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण को हापुड़ में पुलिस ने एनएच-9 हाईवे के छिजारसी टोल प्लाजा पर रोक लिया. यहां से पुलिस उन्हें हापुड़ में स्थित जेएमएस स्कूल ले गई. यहां उन्हें पुलिस ने बिठाए रखा और संभल नहीं जाने दिया.
बाद में नगीना सांसद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि संभल मैं खुशी से नहीं जा रहा था. संभल में जो तांड़व हुआ है, वो किसी से छिपा नहीं है. और जिस तरह से पुलिस के अधिकारियों ने जिस तरह से खुलेआम गोली चलाकर अगर आप लॉ एंड ऑर्डर मेन्टेन करना चाहते थे, तो पैरों की तरफ भी गोली चला सकते थे. लेकिन कुछ अधिकारी सरकार को खुश करने के लिए सीने पर गोली चलाते हैं, सिर पर गोली चलाते हैं और ये ज्यादातर मामलों में देखा गया है.
स्पीकर साहब ने सदन को स्थगित कर दिया
हमने पार्लियामेंट में भी इस विषय को उठाया, लेकिन स्पीकर साहब ने सदन को स्थगित कर दिया, उन्हें अधिकार है. इसलिए हम अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए संभल जा रहे हैं. लेकिन हापुड़ के पुलिस अधिकारियों उन्हें जाने से रोक दिया. कहा जा रहा है कि उनके वहां जाने से लॉ एण्ड ऑर्डर बिगड़ जाएगा. वह भी नहीं चाहते कि लॉ एंड ऑर्डर डिस्टर्ब हो. लेकिन एक तकलीफ है, कि जिन परिवारों ने अपने बच्चे खो दिये, जो माएं आंखों में आंसू लेकर मेरा इंतजार कर रही है, ऐसे में अगर उनके जैसा आदमी, जो सड़कों पर लड़ता है, वो उनके साथ न खड़ा हो, तो शायद वह अपने आप को माफ न कर पाएं.
नगीना सांसद ने कहा कि उन्होंने आईजी से कहा है कि आप वहां फिर इन्वेस्टीगेशन करें, पहली बात जिन लोगों के गोली लगी है, उनके मुकद्दमे दर्ज होने चाहिए, उन्होंने विश्वास दिलाया है कि परिवार जो भी कहेगा, उनकी बात सुनी जाएगी, रिकॉर्ड की जाएगी और उसी के आधार पर मुकद्दमे दर्ज होंगे, दूसरा निर्दोष लोगों पर कार्रवाई न हो, तीसरा उन्होंने कहा है कि इसकी मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए.
अयोध्या के बाद एक ट्रेंड बन गया
भीम आर्मी चीफ ने कहा कि वह भी खुद नहीं चाहते कि जनता को कोई परेशानी हो, लेकिन क्या गोली के जरिए विरोध की आवाज को दबाना, या हत्या करना, क्या इस तरह से देश चलेगा. संविधान के आधार पर देश चलेगा, जब इस देश में संविधान के आधार पर देश चल भी रहा है और वर्सित एक्ट 1991 के अकॉर्डिंग 15 अगस्त 1947 को जो संपत्ति या धार्मिक स्थान, जिस शक्ति के आधार पर था, जिसके पास था, जिस स्थिति में था, उसके पास रहेगा, जब यह ऑर्डर है, उसके बाद भी मंदिरों में भगवान खोजने की जो यह प्रक्रिया चली है, ज्ञानवापी में, मथुरा में, अयोध्या के बाद एक ट्रेंड बन गया है.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती द्वारा चंद्रशेखर आजाद पर दिये गये बयान को लेकर भीम आर्मी चीफ ने कहा कि क्या एक-दो सीट लेना आसान है, बहिन जी हमारी नेता हैं, बड़ी हैं, बड़े कुछ भी कहते हैं तो सर्तक करने के लिए कहते हैं और आप जानते हैं कि वह खुद कुछ नहीं कहतीं, लेकिन उनको एक पेपर लिखकर देता है, यह कौन लिखकर देता है, यह भी वह जानते हैं वो जान बूझकर ऐसी बातें कहलवाता है. लेकिन उनके संस्कारों में नहीं है, कि वह अपने से बड़ों का अपमान करें.
(हापुड़ से विपिन शर्मा की रिपोर्ट)
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