UP News: हापुड़ (Hapur) में पिछले सप्ताह रूही इंडस्ट्रीज (Ruhi Industries) में हुए ब्लास्ट मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. यह कंपनी जिस UPSIDC क्षेत्र के अंतर्गत आती है उसके सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक धीरज मिश्रा (Dheeraj Mishra) पर बंद फैक्ट्री की फील्ड विजिट में फर्जी रिपोर्ट (Fake Report) देने और 25 हज़ार रुपये रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं. मिश्रा के खिलाफ धौलाना तहसील के लेखपाल की तहरीर पर मुकदमा किया गया था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है.

  


जांच टीम को मिली बड़ी जानकारी


हापुड़ की घटना 13 लोगों की मौत हो गई थी और 18 लोग घायल हो गए थे. घायलों का दिल्ली, मेरठ और गाजियाबाद में इलाज चल रहा है. घटना के बाद ज़िला प्रशासन ने 10 सदस्यीय टीम गठित की थी जो कि फैक्ट्रियों की जांच कर रहा है. यह टीम UPSIDC की सभी फैक्ट्रियों की सघन जांच कर रही है. जांच के दौरान यह पता चला कि रूही इंडस्ट्रीज के बंद रहने के बावजूद UPSIDC के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक धीरज मिश्रा ने जुलाई 2021 में इसे चालू हालत में दिखाया था और गलत रिपोर्ट पेश करने के लिए फैक्ट्री मालिक दिलशाद से 25 हज़ार रुपये रिश्वत ली थी.


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लालच के लिए किया गैरकानूनी काम


 हापुड़ के एसपी दीपक भूकर ने इस गिरफ्तारी के बारे में बताया कि  UPSIDC में एक अवैध रूप से एक कंपनी चल रही थी. इसको लेकर तहसीलदार ने एक तहरीर दी है. UPSIDC सहायक प्रबंधक पर आरोप हैं कि अनुचित लाभ पाने के लिए उन्होंने रुही इंडस्ट्रीज को लेकर फर्जी रिपोर्ट पेश की थी. इलेक्ट्रॉनिक गुड्स की आड़ में उस कंपनी के अंदर जो काम हो रहा था उसको लेकर जानकारी छुपाई.  धीरज मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. 


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