Hapur News: उत्तरप्रदेश के हापुड़ में रासायनिक कारखाने में विस्फोट का कारण बारूद हो सकता है. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि खिलौना बंदूक बनाने में बारूद का प्रयोग किया गया था, जिसे घटनास्थल पर पाया गया है. शनिवार को बॉयलर फटने से 12 लोगों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए. पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि कारखाने के परिसर से प्लास्टिक के कुछ लंबे कारतूस बरामद किए गए हैं.
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि खिलौने की बंदूकों में इस्तेमाल होने वाले कुछ कारतूस भी कारखाने में बनाए गए थे. सूत्रों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज 10 किमी दूर तक सुनाई दी और आसपास स्थित कुछ फैक्ट्रियां क्षतिग्रस्त हो गईं. धमाका हापुड़ में रूही इंडस्ट्री नाम की फैक्ट्री में हुआ. महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, कारखाने के मालिक की पहचान दिलशाद के रूप में हुई है. कारखाने में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का निर्माण होता था और 2021 में इसका लाइसेंस प्राप्त किया गया था.
हापुड़ की जिलाधिकारी मेधा रूपम ने दी ये जानकारी
हापुड़ की जिलाधिकारी मेधा रूपम ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा. पुलिस ने सही कारण जानने के लिए पूरी फैक्ट्री की फुटेज खंगाली है. जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि क्षेत्र के अन्य कारखानों का निरीक्षण किया जा रहा है और यदि जांच में यह पाया जाता है कि घटना उनकी लापरवाही के कारण हुई है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, "हम विस्फोट मामले में आगे बढ़ने के लिए फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं." मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों से विशेषज्ञों से दुर्घटना की जांच कराने को कहा है. पुलिस ने अब धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है.
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