Hapur News: सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा, शादीशुदा और नाबालिग बच्चियों तक की शादी, ऐसे हुआ खुलासा
Mukhymantri Samuhik Vivah Yojana Fraud: डीएम की जांच में हैरान करनेवाला मामला सामने आया है. श्रम विभाग की सहायक श्रमायुक्त सर्वेश कुमारी ने बताया कि फर्जीवाड़े मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है.
UP Mukhymantri Samuhik Vivah Yojana: हापुड़ में अनुदान राशि पाने के लिए फर्जीवाड़ा सामने आया है. मामला मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का है. पहले से शादीशुदा ने 75 हजार राशि पाने के लिए दोबारा शादी कर ली. नाबालिग बच्चियों की शादी भी कागजों में दिखा दी गई. फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है. शिकायतकर्ता ने श्रम विभाग की ओर से पिछले साल सामूहिक विवाह योजना के तहत कराई गई शादियों में बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया था. उन्होंने आवेदन देकर हापुड़ डीएम प्रेरणा शर्मा से जांच की मांग की.
75 हजार अनुदान की राशि पाने के लिए फर्जीवाड़ा
डीएम की जांच में 18 आवेदन अपात्र पाए गए. सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत 650 श्रमिकों की बेटियों का आवेदन श्रम विभाग ने स्वीकृत किया था. डीएम की जांच में खुलासा हुआ कि 50 साल पहले हो चुकी शादी का लाभ भी पहुंचाया गया. कागजों में हेराफेरी कर नाबालिग बच्चियों की भी शादी करा दी गई. श्रम विभाग की सहायक श्रमायुक्त सर्वेश कुमारी ने बताया कि जांच में गैर कानूनी तरीके से हासिल की गई राशि को वसूलने की कवायद की जा रही है. श्रम विभाग फर्जीवाड़ा मामले को गंभीरता से ले रहा है.
डीएम की जांच में हुआ हैरान करनेवाला खुलासा
श्रम विभाग ने मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने को आवेदन दिया है. पुलिस फर्जीवाड़े में रैकेट की संलिप्तता की भी जांच कर रही है. मुकदमा दर्ज करने के बाद फर्जीवाड़ा करनेवालों से राशि की वसूली जा रही है. बता दें कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत दंपती को 75 हजार धनराशि दिए जाने का प्रावधान है. डीएम की जांच में पता चला है कि कुछ लोगों की शादी 50 साल पहले हो चुकी है. पिछले साल श्रम विभाग में शादी के लिए 650 श्रमिकों की बेटियों का रजिस्ट्रेशन हुआ था.