Leopard Attack Hapur: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में इन दिनों एक तेंदुए की दहशत देखने को मिल रही है. पिछले कुछ दिनों में वो कई जानवरों को अपना निवाला बना चुका है. जिसके बाद गांव के लोग बेहद डरे हुए हैं. उन्होंने अपने बच्चों को भी स्कूल भेजना बंद कर दिया है. इस बीच इलाके के एसपी ज्ञानंजय सिंह ने देर रात नवादा में ग्रामीणों के साथ बात की और कहा कि अगर तेंदुआ आ जाता है तो उसे देखकर भागना नहीं आंखों से आंखे मिलाकर रखना. 


हापुड़ के गांव नवादा में गढ़मुक्तेश्वर के जंगल से एक तेंदुआ में प्रवेश कर गया है. जिसके बाद वो कई लोगों और जानवरों को अपना निवाला बना चुका है. जिसके बाद इलाक़े में दहशत का माहौल है. शाम ढलते ही गांव में सन्नाटा पसर जाता है. ग्रामीण अपने-अपने घरों में कैद हो रहे हैं. ग्रामीणों के इस भय को खत्म करने के लिए देर रात एसपी हापुड़ ज्ञानंजय सिंह नवादा में पहुंचे. 


एसपी ने ग्रामीणों के साथ की मुलाकात
करीब 12 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को लेकर गांव में गए एसपी ने ग्रामीणों की चौपाल लगाई और कहा कि जब तेंदुआ सामने आए, तो भागना नहीं है, उसकी आंख में आंख डालकर नजर मिलाए रखनी है. उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जाता, तब तक सावधानी बरतें. अगर संभव हो, तो करीब 15 दिनों तक खेतों में जाना छोड़ दें या जब भी कभी खेतों में या अन्य किसी काम से बाहर जाना हो, तो करीब 4-5 लोगों के साथ मिलकर जाएं. 


बता दें कि गढ़मुक्तेश्वर के जंगलों से किसी एक तेंदुए के बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांवों में आने की वजह से ग्रामीणों में दहशत है. यहां के करीब चार गांव के लोग तेंदुए के डर से भय के साये में हैं. शाम ढ़लते ही गांव सूनसान हो जाता है. ग्रामीण अपने-अपने पशुओं को लेकर घरों में कैद हो जा रहे हैं. 


बताया जा रहा है कि तेंदुआ अब तक किसानों के चार पशुओं को अपना निवाला बना चुका है. तेंदुए के पैरों के निशान किसानों के घरों के बाहर लगे पेड़ों पर देखे जा रहे हैं. वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए मात्र एक जाल गांव में लगाया हुआ है. सिर्फ चार वन कर्मी ही तेंदुए की तलाश में जुटे हैं. वह भी शाम ढ़लते ही वापस लौट जाते हैं. ऐसे में ग्रामीणों को तेंदुए के खौफ के कारण काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.


इनपुट- विपिन शर्मा


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