Hapur News: यूपी के हापुड़ (Hapur) में इन दिनों आलू किसानों के सामने बड़ा संकट मंडरा रहा हैं. हापुड़ में इस बार आलू की पैदावार ज्यादा हुई हैं. आलम यह है कि आलू की खरीद करने वाले व्यापारी नहीं मिल रहे हैं. किसानों का आलू खेतों से निकल चुका है. कोल्ड स्टोरेज के बाहर लम्बी-लम्बी कतारों में आलू  ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर लदा हुआ है. हापुड़ की सड़कों पर कोल्ड स्टोरेज के बाहर आलू से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां दिखाई देगी. इस बार हापुड़ में आलू की पैदावार ज्यादा हुई हैं. आलम यह हैं कि आलू की खरीद करने वाले व्यापारी भी नहीं मिल रहे हैं. मंडियों में आलू के रेट लागत मूल्य से भी अधिक है. 


हापुड़ के सिमरोली गांव के रहने वाले विक्रांत चौधरी 40 बीघा खेत में आलू की खुदाई करवा रहे हैं. रात दिन मेहनत करने के बाद उनको उनकी फसल का लागत मूल्य तक नहीं निकल पा रहा है. विक्रांत चौधरी ने बताया कि आलू की पैदावार काफी अच्छी है. रेट बहुत कम है. अनुमानित लागत भी नहीं मिल पा रही है. रेट 250 से 300 रुपए ही जा रहा है. पिछले साल 700 से 800 रुपये तक बेचा गया है. कोल्ड स्टोरेज में भी काफी खर्चा आ रहा है और वहां पर भी 24-24 घंटों में नम्बर आ रहा है.


कोल्ड स्टोरेज में लगी लंबी-लंबी कतारें 
आलू के दूसरे किसान नन्नू चौधरी ने बताया कि आलू की पैदावार इस बार बंपर हुई है लेकिन रेट नहीं मिल पा रहा है. 24-24 घंटे लग रहे हैं. कोल्ड स्टोरेज में लम्बी लम्बी कतारें लगी हुई है. एक उम्मीद है. आने वाले समय में कुछ दाम बढ़ेंगे. बता दें कि इस साल आलू की बंपर पैदावार हुई है लेकिन मंडियों में आलू के रेट बहुत अधिक हैं.मजबूरन किसान आलू को कोल्ड स्टोरेज में रख रहे हैं. उन्हें एक और आस जगी है कि आने वाले दिनो में आलू के रेट कुछ बढ़ेंगे, लेकिन कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने के लिए सड़क किनारे लम्बी-लम्बी कतारें लगी हुई हैं.


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