Hardoi News: 'गोली नहीं मारना, फांसी लगाकर निपटा दो', प्रधानी रंजिश में बंधक बनाने की कोशिश, ऐसे बची जान
Hardoi News: पीड़ित जब खेत पर टहलने गया, तभी गांव के पांच लोगों ने उसके मुंह पर गमछा डालकर उसे खेतों में खींच लिया और आगे की तरफ ले जाने लगे. आरोप है कि उन्होंने उसे फांसी लगाने की भी कोशिश की.
Hardoi News: यूपी के हरदोई (Hardoi) में अरवल थाना क्षेत्र में प्रधानी की रंजिश में युवक को असलहों के बल पर बंधक बनाने की कोशिश की गई. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है. पीड़ित का आरोप है कि उसको फांसी पर लटकाने का भी प्रयास किया गया था, जिसके बाद पीड़ित ने एएसपी से न्याय की गुहार लगाई है. वहीं एएसपी ने कहा कि इस मामले में सभी बिंदुओ को ध्यान में रखकर पड़ताल की जा रही है.
दिल को दहला देने वाला मामला अरवल थाना क्षेत्र के खरगपुर गांव का है. यहां के रहने वाले कौशलेंद्र त्रिपाठी को गांव के ही कुछ लोग असलहे के बल पर खेत से खींचकर ले गए और हाथ पैर रस्सी से बांधकर फांसी पर लटका कर मारने का प्रयास किया. इसी दौरान उसकी पत्नी उसको को खोजते हुए जब खेत की ओर पहुंची. तभी आरोपियों को उसके आने की भनक लग गई और वो कौशलेंद्र को मरा समझकर मौके से फरार हो गए.
पीड़ित को अचेत अवस्था में परिजन इलाज के लिए लोहिया अस्पताल लेकर गए. जहां पर समय से इलाज मिल जाने के चलते कौशलेंद्र की जान बच गई. कौशलेंद्र ने बताया कि जब वह अपने साथ घटी घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अरवल थाने पहुंचा, तो पुलिस ने उस पर पहले से मुकदमे दर्ज होने की बात कहकर उसकी रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया.
पीड़ित ने बताई पूरी कहानी
पुलिस को दी गई तहरीर में पीड़ित कौशलेंद्र ने कहा है कि रोज की तरह जब वह गांव के बाहर खेत में गया था, तभी 5 लोगों ने उसे दबोच लिया और चेहरे पर गमछा डालकर कसकर बांधने के बाद उसे उत्तर दिशा की ओर स्थित बगिया की ओर खींचकर ले जाने लगे. अपने आपको बचाने के लिए उसने प्रयास किया तो हाथापाई के दौरान उसने गाँव के ही रहने वाले जुगेंद्र सिंह और आदेश सिंह को पहचान लिया, जबकि तीन लोगों को वह पहचान नहीं पाया. बकौल कौशलेंद्र जब हमलावर उसे खींचकर बाग की ओर ले जा रहे थे, तब वह आपस मे बात कर रहे थे कि इसे गोली मत मरना, ही फांसी लगाकर निपटा दो.
प्रधानी की रंजिश में बंधक बनाने की कोशिश
पीड़ित का कहना है कि प्रधानी रंजिश के चलते उसके बंधक बनाने की कोशिश की गई. जिसके बाद उसकी पत्नी वहां आ गई और सभी आरोपी कौशलेंद्र को मरा समझकर वहीं छोड़कर फरार हो गए. परिजन उसे इलाज के लिए लोहिया अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज किया गया. होश आने के बाद जब वो अरवल थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा तो पुलिस ने उसकी रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की.
एएसपी दुर्गेश सिंह ने बताया कि प्रधानी रंजिश के चलते विवाद होना बताया गया है. बयान दर्ज किए जा रहे हैं, जांच के बाद विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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