UP News: हरदोई की बघौली पुलिस ने साइबर सिक्योरिटी सेल टीम के साथ तीन ऐसे शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है जो दूसरे के फिंगरप्रिंट तैयार करके फर्जी तरीके से बैंक खातों से रुपये निकाल लेते थे. पुलिस ने उनके पास से 20 हजार की नगदी चार आधार कार्ड समेत अन्य सामग्री बरामद की है. यह लोग क्ले मिट्टी पर अंगूठे के प्रिंट आने के बाद उस पर फेविकोल या फेविगम लगा कर दो दिन तक धूप में सुखाकर अपने अंगूठे पर फेविकोल लगाकर आधार कार्ड नंबर का प्रयोग कर जन सेवा केंद्र से पैसे निकाल लेते थे और संबंधित को इसकी जानकारी भी नहीं हो पाती थी. इन लोगों ने विभिन्न माध्यमों से यूट्यूब देखकर इस काम को अंजाम देना शुरू किया.
इस मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नृपेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद में साइबर अपराध व अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने हेतु पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र द्वारा हाल ही में आधुनिक साइबर सिक्योरिटी सेल का उद्घाटन किया गया था. इसी क्रम में जनसुनवाई के माध्यम से संज्ञान में आया कि जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्र में जनसेवा केंद्रों के माध्यम से जालसाजों द्वारा आधार कार्ड एवं बायोमेट्रिक प्रयोग कर खाता धारक की जानकारी के बिना उनके खातों से रुपये निकाल लिए जा रहे हैं. इन प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए एसपी राजेश द्विवेदी के कुशल निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकार बघौली साइबर अपराध के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया.
टीमों द्वारा पूर्व में पंजीकृत अभियोगों एवं ऑनलाइन प्राप्त होने वाली शिकायतों का गहन विश्लेषण कर वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर इस तरह की ठगी करने वाले अपराधियों का संबंध में गहनता से जांच शुरू की गई. इसी बीच पता चला की चौकी गोपामऊ थाना टड़ियावां क्षेत्र के जन सेवा केंद्र में कुछ व्यक्तियों द्वारा अंगूठे में पन्नी चिपकाकर बायोमेट्रिक मशीन से रुपये निकालने का प्रयास किया गया. जन सेवा केंद्र के संचालक ने इस बात का एतराज किया जिस पर उन व्यक्तियों के द्वारा जन सेवा केंद्र संचालक के साथ विवाद किया गया था.
पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़े आरोपी
एएसपी ने बताया कि इसी बीच बघौली पुलिस टीम थाना क्षेत्र में मौजूद थी तभी मुखबिर ने सूचना दी कि लखनऊ रोड स्थित गदनपुर मोड़ के निकट 3 शातिर साइबर अपराधी मौजूद हैं. पुलिस टीम द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर घेराबंदी कर वहां पर तीन लोगों को पकड़ा गया जिन्होंने अपने नाम रामकृपाल उर्फ लाल पुत्र मोहनलाल मुकेश पुत्र भूपराम सरोज पुत्र मनोज निवासी ग्राम थमरवा थाना टड़ियावां बताया. उनके पास से पुलिस ने चार आधार कार्ड एक फेविगम एक पैकेट में तीन क्ले मिट्टी दो क्ले मिट्टी जिस पर फिंगरप्रिंट लिया गया वह और 20 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं.
यूट्यूब पर वीडियो देखकर तैयार किया फिंगरप्रिंट
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन लोगों से पूछताछ की गई तो उन लोगों ने बताया कि यूट्यूब पर वीडियो देखकर आवश्यक सामग्री एकत्र कर यह लोग फिंगरप्रिंट तैयार किए हैं. इन्होंने एक गिरोह बनाकर अपने साथियों के साथ मिलकर जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्र में जनसेवा केंद्रों के माध्यम से आधार कार्ड एवं बायोमेट्रिक प्रयोग कर खाताधारक की जानकारी के बिना उसके खाते से रुपए भी निकले हैं. इनके द्वारा स्वीकार किया गया कि बघौली क्षेत्र में एक महिला के बैंक खाते से 1 लाख 70 हजार रुपए अलग-अलग दिनों में निकाले गए थे. इसी प्रकार बघौली थाना क्षेत्र में भी 20 हजार रुपये निकल गए थे.
फेविकोल या फेविगम लगाकर लेते थे अंगूठे के निशान
पूछताछ के दौरान लोगों ने स्वीकार किया अपने साथियों व जन सेवा केंद्र संचालक की मदद से जन सेवा केंद्र पर आने वाले व्यक्तियों पर नजर रखी जाती थी और किसी व्यक्ति विशेष को टारगेट बनाकर उसका आधार कार्ड नंबर प्राप्त किया जाता था. धोखे से उसके फिंगर प्रिंट विशेष कर अंगूठे का क्ले मिट्टी पर ले लिया जाता था. क्ले मिट्टी पर अंगूठे के प्रिंट आने के बाद उस पर फेविकोल या फेविगम लगाकर 2 दिन तक धूप में रखकर सुखाया जाता था. उपरोक्त मिश्रण के सूख जाने के बाद अपने अंगूठे पर फेविकोल लगाकर फर्जी तरीके से तैयार किए गए पीड़ित व्यक्ति के अंगूठे का प्रिंट अपने अंगूठे पर चिपका लिया जाता था और उसके आधार कार्ड का नंबर प्रयोग करते हुए जालसाजी कर लेते थे. यह लोग ऐसे व्यक्ति को शिकार बनाते थे जिसका खाता बैंक मोबाइल नंबर से लिंक ना हो.
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