Hardoi Dengue Case: डेंगू के डंक और मलेरिया के प्रकोप से पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है. सरकार डेंगू मलेरिया से हर हालात में निपटने के दावे कर रही है लेकिन हरदोई का स्वास्थ्य महकमा इस ओर गंभीर नजर नहीं आ रहा है. मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग में बने डेंगू वार्ड में लटक रहा ताला खुद ही स्वास्थ्य महकमे की पोल खोलता नजर आ रहा है.


हरदोई में लगातार डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है इसके बावजूद डेंगू वार्ड में ताला लटकता देखा गया, जो संचारी रोग व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा. हालांकि सरकारी अभिलेखों में महज 65 ही मरीज पाए गए लेकिन लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने से महकमे में हड़कंप मचा है.


डेंगू मरीजों की संख्या 67 पहुंची


जिला अस्पताल की पैथालॉजी में रोजाना 200 के ऊपर जांचें हो रहीं है जिसमें डेंगू की 50-60 जांचें होती है. पैथालॉजी के सूत्रों के मुताबिक अब डेंगू के मरीजों की संख्या 67 पर पहुंच गई है. डॉ पंकज मिश्रा ने बताया कि मरीज मिलने पर टीमें भेजकर घरों में एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है. इसके साथ ही गृहिणियों को घरों में पानी का जमाव ना होने की सलाह दी जा रही है लेकिन हरदोई में बदलते मौसम से बीमारियां घर-घर दस्तक दे रही है. जिले के सभी गांवों में बेदर्द बुखार अपने पांव पसार चुका है. 


कोई कैंप नहीं लगाया गया


हर तरफ बुखार के मरीज तड़प रहे हैं सांडी, बिलग्राम, बावन और शाहबाद के साथ-साथ आस-पास के गांवों में वायरल फीवर और डेंगू की दस्तक शुरू हो चुकी है. हर तरफ डेंगू का खौफ देखा जा सकता है. डिप्रेशन में आए मरीज हल्का बुखार होने पर भी प्लेटलेट्स चेक करा रहे हैं. इसके बावजूद स्वास्थ्य महकमां खामोश बैठा हुआ है.


खास बात यह है कि स्वास्थ्य महकमें ने फिलहाल अभी तक कोई भी कैंप नही लगाया है. उनके आंकड़ों पर गौर करें तो पता लग जाएगा कि जिम्मेदार विभाग किस तरह सफेद झूठ बोलने में माहिर हो चुके हैं.


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