UP Assembly Election 2022: मुलायम सिंह यादव के रिश्ते में समधी लगने वाले और तीन बार के विधायक हरिओम यादव ने समाजवादी पार्टी से बगावत करके बीजेपी ज्वाइन की है और बीजेपी ने उन्हें सिरसागंज से प्रत्याशी बनाया है जहां से वो वर्तमान में समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. हरिओम यादव ने रामगोपाल यादव पर जमकर भड़ास निकाली. बता दें कि रामगोपाल यादव समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं और अखिलेश यादव के बाद पार्टी में सबसे ताकतवर नेता हैं. 


सपा की दुर्गति के जिम्मेदार रामगोपाल- हरिओम
हरिओम यादव ने निशाना साधते हुए कहा समाजवादी पार्टी में अब काफी बदलाव हो चुका है. अब यह पार्टी दलाल और चाटुकारों से घिरी हुई है और इस पार्टी की दुर्गति का जिम्मेदार रामगोपाल यादव हैं. रामगोपाल यादव की वजह से अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव का अपमान किया था. उन्होंने यह भी कहा कि अब तक समाजवादी पार्टी से उनका नाता नेताजी मुलायम सिंह यादव की वजह से था. अब इस पार्टी में पहले जैसी बात नहीं रही है. समाजवादी पार्टी में आज पुराने नेताओं की कद्र नहीं रही है, उसके पीछे रामगोपाल यादव की साजिश है.


रामगोपाल भस्मासुर की तरह- हरिओम
हरिओम यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि फिरोजाबाद की सभी सीटें रामगोपाल यादव और उनके बेटे पूर्व सांसद अक्षय यादव ने पैसे लेकर बेच दी हैं. उन्होंने कहा कि अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो मेरे आरोपों की जांच सीबीआई से करा ली जाए. सच का सच और झूठ का झूठ सामने आ जाएगा. हरिओम यादव ने आगे कहा रामगोपाल यादव भस्मासुर की तरह हैं और एक दिन अखिलेश यादव जरूर रोएंगे.


रामगोपाल ने मेरा टिकट कटवाया- हरिओम
हरिओम यादव यहां भी नहीं रुके और उन्होंने आगे कहा मैं समाजवादी पार्टी में था, यह मैंने पाप किया है और मैं इसके लिए क्षेत्र की जनता से माफी मांगता हूं. उन्होंने कहा, रामगोपाल यादव ने अखिलेश यादव को अपने चक्रव्यूह में फंसा लिया है और रामगोपाल यादव पार्टी को बर्बाद करके ही दम लेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि मेरी टिकट कटवाने के पीछे रामगोपाल यादव और उनके बेटे अक्षय यादव का हाथ है.


सपा 100 सीटों ने नीचे रहेगी
हरिओम ने आरोप लगाया कि अक्षय यादव ने अखिलेश यादव से यह भी कहा कि अगर हरिओम यादव को टिकट दी गई तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. रामगोपाल यादव एक-एक करके सैफई परिवार के लोगों का ही नुकसान कर रहे हैं और अपर्णा यादव ने जिस तरह से पार्टी छोड़ी है, उसे समझा जा सकता है नेताजी के समझाने के बावजूद अखिलेश यादव ने उनकी एक नहीं सुनी है. कुछ लोग घूंट पीकर पार्टी से जुड़े हुए हैं और ऐसे में मैं दावा करता हूं कि समाजवादी पार्टी 100 सीटों से नीचे रहने वाली है.


शिवपाल को स्टार प्रचारक नहीं बनाने के पीछे रामगोपाल-हरिओम
हरिओम यादव ने कहा कि शिवपाल सिंह यादव को स्टार प्रचारक नहीं बनाया गया है उसके पीछे भी रामगोपाल यादव का हाथ है और ऐसे में रामगोपाल यादव अखिलेश यादव को गुमराह कर रहे हैं और पार्टी का नुकसान कर रहे हैं. बता दें कि हरिओम यादव ने 12 जनवरी को बीजेपी का दामन थामा था और वे मुलायम सिंह यादव के रिश्ते में समधी लगते हैं. फिरोजाबाद जिले के कद्दावर नेता हरिओम यादव शिकोहाबाद और सिरसागंज सीट से समाजवादी पार्टी के तीन बार के विधायक हैं और इस बार बीजेपी ने उन्हे सिरसागंज सीट से उतारा है.


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