Uttarakhand Flood: उत्तराखंड में बारिश ने निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया है. खेत-खलिहान से लेकर सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात हैं. हरिद्वार जिले के करीब 60 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं. सबसे ज्यादा खराब हालत लक्सर के आसपास गांव की है. ज्यादातर गांवों में बाढ़ का पानी पिछले चार दिनों से घुसा हुआ है. करीब 20 गांवों में बिजली और पीने के पानी का संकट पैदा हो गया है. लक्सर से लेकर खानपुर तक के गांव पूरी तरह पानी से डूबे हुए हैं.
बाढ़ग्रस्त इलाकों में उतरी सेना की टीम
हालात को देखते हुए बाढ़ग्रस्त इलाकों में सेना की टीम को उतारा गया है. बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक और कांग्रेस अध्यक्ष ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी गुरुवार को आपदाग्रस्त इलाकों में निरीक्षण के लिए पहुंचे. उनके साथ हरिद्वार जिलाधिकारी, एसएसपी और सीडीओ समेत लक्सर विधायक भी थे. मुख्यमंत्री के वापस देहरादून लौटते ही एसडीआरएफ एनडीआरएफ और सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाल ली. लेकिन स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की एक भी टीम बाढ़ग्रस्त इलाकों में अभी तक दिखाई नहीं दे रही है.
लक्सर में तटबंध टूटने से 50 गांव डूबे
लक्सर में रविवार को सैलानी नदी पर बने तटबंध टूटने से 50 गांव जलमग्न हो गए. हरिद्वार से लक्सर जाने के लिए सिर्फ ट्रैक्टर का सहारा बचा है. सड़कें पानी से तालाब बन चुकी हैं. कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. शुक्रवार को रुड़की के आसपास भी बाढ़ का पानी घुस गया. सड़क के तालाब बन जाने से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर आवागमन रोक दिया गया है. हरिद्वार के प्रभारी और पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज की संवेदनशीलता की पोल भी खुल गई है.
सतपाल महाराज के फोटो पर बवाल
घुटने की सर्जरी के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का हालचाल जानने वाले सतपाल महाराज बाढ़ पीड़ितों से अब तक मिलने नहीं पहुंचे हैं. दिल्ली के अस्पताल में पहुंचे कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज पर विपक्ष ने असंवेदनशील होने का आरोप लगाया. केंद्रीय मंत्री का हालचाल जानने अस्पताल गए सतपाल महाराज का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने फोटो पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तराखंड में प्रभारी मंत्री की असंवेदनशीलता का जीता जागता उदाहरण है.
कांग्रेस बोली संवेदनहीन हो गए मंत्री
हरिद्वार के कई गांव आपदा की चपेट में हैं. मुख्यालय से गांवों का संपर्क टूटा हुआ है. लेकिन बाढ़ नियंत्रण, पर्यटन, पीडब्ल्यूडी संभाल रहे हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का घुटना देखने अस्पताल पहुंच गए. प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपील संवेदनहीन मंत्री को कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग की है. कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का फोटो वायरल होने के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर है.
प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने सतपाल महाराज के खिलाफ तीखी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि बहुत हैरान करने वाली बात है कि एक हफ्ता हो गया. प्रभारी मंत्री के क्षेत्र में तबाही मची हुई है. उन्हें केंद्रीय नेताओं का हाल-चाल जानने के अलावा जनपद का हाल-चाल जानने का समय नहीं है. कांग्रेस ने कहा है कि सरकार की कथनी और करनी में कितना अंतर है ये इस बात से जाहिर हो जाता है कि नेता-मंत्री अपना दायित्व सही तरह से नहीं निभा रहे.