हरिद्वार. देहरादून के अलावा धर्मनगरी हरिद्वार में भी छठ पूजा के लिए घाटों और नदियों किनारे लोगों के जमा होने पर रोक लगाई गई है. जिला प्रशासन ने छठ पूजा मनाने के लिए गाइडलाइन जारी की है. गाइडलाइन में हर की पैड़ी समेत अन्य सार्वजनिक गंगा घाटों पर छठ पूजा और सूर्य की आराधना पर रोक लगाई गई है. जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि सभी श्रद्धालु अपने घरों में रहकर कोरोना से बचाव करते हुए छठ का पर्व मनाएंगे.
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ जमा होने से रोकने के लिए निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में गंगा घाटों पर स्नान पर रोक लगाई गई है. किसी भी स्थान पर भीड़ इकट्ठा ना हो इस पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.
दूर से आए श्रद्धालुओं में निराशा
गाइडलाइन को लेकर दूर इलाकों से आए श्रद्धालुओं में निराशा है. कई श्रद्धालु बिहार से हरिद्वार छठ के मौके पर गंगा स्नान के लिए आए हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि हम सोच रहे थे कि छठ पूजा हरिद्वार में ही मनाएंगे, मगर हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा गंगा घाटों पर छठ पूजा पर रोक लगा दी गई है. हम चाहते हैं एक दो लोगों को आने की जिला प्रशासन अनुमति दें. हमें छठ पूजा करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
देहरादून में भी प्रतिबंध
देहरादून में भी प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए घाटों पर छठ महापर्व को मनाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. प्रशासन ने घाटों और नदियों के किनारे लोगों के एकत्रित होने को लेकर गाइडलाइन जारी की है. गाइडलाइन में कहा गया है की इस बार श्रद्धालु इन जगहों पर सूर्य को अर्घ्य नहीं देंगे, बल्कि अपने-अपने घरों पर ही छठ पूजा को मनायेंगे.
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