(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haridwar News: बारिश के कारण कैंसिल हुई किसानों की महापंचायत, राकेश टिकैत ने पहलवानों का भी किया जिक्र
BKU Mahapanchayat: बृजभूषण के काफिले पर हुए हमले को लेकर राकेश टिकैत ने कहा हमला तो वे खुद ही अपने ऊपर करवा रहे हैं. अगर राजा न्याय प्रिय नहीं होगा तो यही हालात होते हैं, राजा का न्याय ठीक नहीं था.
Haridwar Mahapanchayat: धर्मनगरी हरिद्वार में भारतीय किसान यूनियन टिकैत की चलने वाली चिंतन शिविर के बाद होने वाली महापंचायत बारिश के कारण कैंसिल कर दी गई है. इस महापंचायत में भाकियू टिकैत के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत महापंचायत को संबोधित करते बारिश के कारण यह महापंचायत कैंसिल कर दी गई है. पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया 2 दिन शिविर चला और आज बारिश की वजह से होने वाली पंचायत स्थगित हो गई है. किसानों की मांगों को लेकर ज्ञापन भी अधिकारियों को दिया गया है और हमारे द्वारा सभी लोगों को कह भी दिया गया है कि वह अपने गंतव्य घरों की ओर लौट जाएं. किसानों की पंचायत जगह जगह अलग-अलग राज्यों में होती रहती हैं.
राकेश टिकैत ने बताया एमएसपी गारंटी कानून किस देश में बनना चाहिए वह एक बड़ा मुद्दा है, जो फसल योजना है. किसी भी स्टेट की बिजली की बड़ी समस्या है यह सारे मुद्दे हमारे हैं. कार्यकर्ता जाए और संगठन को लेकर काम करें और जो नए मुद्दे आ रहे हैं जैसे कि भूमि अधिग्रहण के आ रहे हो या बिजली, फसलों के दाम को लेकर हो इन्हीं मुद्दों को लेकर आगे की रणनीति तैयार होगी.
राकेश टिकैत ने कहा पहलवान 6 महीने लड़ाई लड़ते रहे, भारत सरकार ने उनकी सुनी नहीं और जिन लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज थे उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई. देश को हताशा हुई है, भारत सरकार के इस रवैया से और आज भी खेल कमेटी जो भी निर्णय लेगी हम सब खेल कमेटी के साथ हैं. यह सब लोग सरकार में शामिल हैं, इसलिए सरकार इन पर कार्रवाई नहीं कर रही है और केंद्र सरकार इनको बचा रही है.
पहलवानों ने मजबूती के साथ लड़ाई लड़ी
वहीं बृजभूषण के काफिले पर हुए हमले को लेकर राकेश टिकैत ने कहा हमला तो वे खुद ही अपने ऊपर करवा रहे हैं. पहलवानों ने बहुत ही मजबूती के साथ लड़ाई लड़ी पूरे देश ने लड़ाई लड़ी मजबूती से उसमें कोई दो राय नहीं है. अगर राजा न्याय प्रिय नहीं होगा तो यही हालात होते हैं, राजा का न्याय ठीक नहीं था. अगर किसी पर पॉक्सो धारा लगी उसकी गिरफ्तारी पहले हुई जांच बाद में हुई लेकिन इसमें 6 महीने का समय दिया गया. उसको सफल करने का लोगों को जो विक्टिम हैं, उनको धमकाने का यह सारे काम हुए हैं. पहलवानों ने 6 महीने तक जो संघर्ष किया हम उस संघर्ष की दाद देते हैं और खेल कमेटी के साथ हम सब लोग हैं.