Ram Temple News: विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री श्री चंपत राय इन दिनों हरिद्वार के तीन दिवसीय दौरे पर है. इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ चंपत राय ने कई साधु संतों से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया. इसको बाद उन्होंने पत्रकारों से राम मंदिर निर्माण को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि साल 2023 तक रामलला अपने मूल निवास में विराजमान हो जाएंगे. चंपत राय ने कहा कि रामलल्ला को 2023 तक उनके मूल निवास में स्थापित कर दिया जाएगा. इस भव्य राम मंदिर की चार दिवारी साढ़े 6 एकड़ भूमि में और यात्रियों की सुविधा को मिलाकर तो सम्पूर्ण राम मंदिर का निर्माण करीब 18 एकड़ भूमि में हो रहा है. ये राम मंदिर भव्य होने के साथ ही विश्व में अद्भुत अनूठा भी होगा. इस मंदिर में ऐसे पत्थर का कार्य कराया जा रहा है जो पिछले 100 सालों में भारतवर्ष में नहीं हुआ है.
मंदिर देखने पूरी दुनिया से भारत आएंगे लोग – चंपत राय
उन्होंने बताया कि इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत इसकी नींव होगी अभी सिर्फ राम मंदिर की नीव का ही निर्माण हो पाया है. भारत सरकार द्वारा मंदिर निर्माण को लेकर बहुत अच्छी व्यवस्था है की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य की सुविधाओं को संज्ञान में रखते हुए राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. इससे राम मंदिर को दुनिया देखने आएगी और इसके निर्माण पर इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट द्वारा रिसर्च किया जाएगा ऐसा मेरा विश्वास है.
मंदिरों का संचालन सरकार का काम नहीं है - चंपत राय
इस दौरान चंपत राय ने ये भी कहा कि मंदिरों का संचालन सरकार का काम नहीं है. मंदिर का संचालन करना मंदिर के भक्तों का काम है. विश्व हिंदू परिषद के अंतर्गत ये उसकी नीति का हिस्सा है हमारा काम सरकार के सामने लक्ष्य रखना है और सरकार की कमियों के पीछे लगे रहना है. वहीं इसके अलावा जनता को जागरूक करना है ताकि जनता समाज के लिए अच्छे प्रबंध कर सके.
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