Uttarakhand Assembly Election 2022: हरिद्वार जनपद में टिकट वितरण में की अनदेखी से कांग्रेस ने मुसीबत मोल ले ली है. कांग्रेस जिले में आधा दर्जन सीट पर अपनों के बगावती तेवरों से मुसीबत में पड़ गयी है. हरिद्वार में गुज्जर समाज ने 11 में से एक लक्सर की सीट पार्टी के गुज्जर नेता को देने की मांग की थी. जिलेभर के गुज्जरों के नेता प्रमोद खारी को कांग्रेस से लक्सर से टिकट देने की मांग की जा रही थी.
गुज्जरों में कांग्रेस से नाराजगी
हाई कमान के ठोस आश्वासन से गुज्जरों को लक्सर से प्रमोद खारी को प्रत्याशी बनाए जाने का पक्का भरोसा भी था. मगर कांग्रेस ने इन वक्त पर एक बाहरी व्यक्ति को टिकट थमा दिया. इसकी वजह से गुज्जरों में अभी तक कांग्रेस के प्रति भारी नाराजगी है. प्रमोद खारी का कहना है कि कांग्रेस गुज्जरों को हल्के में ले रही है और उसे हरिद्वार की कम से कम 6 सीटों पर इसका खामियाजा पर भुगताना पड़ सकता है.
इन सीटों पर गुज्जर अधिक
हरिद्वार की हरिद्वार ग्रामीण, लक्सर, रुड़की, खानपुर, मंगलौर और झबरेड़ा सीट पर गुज्जर बड़ी संख्या में है. हरिद्वार ग्रामीण से तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा चुनाव मैदान हैं. इस सीट पर भी करीब 16 हजार से अधिक गुज्जर मतदाता हैं.
7 फरवरी को महासम्मेलन
प्रमोद खारी ने 7 फरवरी को गुज्जर समाज का महासम्मेलन बुलाया है जिसमे गुज्जर समाज अपने भविष्य की रणनीति तय करेगा. प्रमोद खारी का कहना है कि वे कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं और अपने समाज के लोगों को समझाने और मनाने की कोशिश कर रहे हैं. मगर समाज के लोगों के साथ कांग्रेस ने जो धोखा किया है उससे समाज के लोग बेहद आहत है और वे कुछ भी सुनने समझने को तैयार नहीं है. गुज्जर समाज के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि मैं समझता हूं कि जिनको खानपुर से कांग्रेस ने टिकट दिया गया है वे गुज्जर समाज से हैं.
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