Haridwar Covid Test: हरिद्वार में कोरोना की जांच में अनदेखी, स्वास्थ्य विभाग को गाइडलाइन का इंतजार
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कुमार खगेंद्र का कहना है कि कोरोना के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर दिशानिर्देश स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिला है.
Coronavirus Alert in Haridwar: उत्तराखंड में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए हरिद्वार स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह अलर्ट है. मगर शासन की तरफ से कोई गाइडलाइन जारी नहीं होने पर स्वास्थ्य विभाग असमंजस में है. बॉर्डर, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर आने वाले यात्रियों की जांच नहीं हो रही है. हाल ही संपन्न हुए कांवड़ मेले में सर्दी, खांसी, बुखार के एक लाख 80 हजार मामले आए. कांवड़ियों को हरिद्वार स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इलाज मुहैया कराया गया. लेकिन कोरोना मरीज स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती हैं.
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, सिर्फ गाइडलाइन का इंतजार
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कुमार खगेंद्र का कहना है कि कोरोना के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर दिशानिर्देश स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिला है. स्वास्थ्य विभाग को निर्देश मिल जाने के बाद कोविड की जांच में तेजी लाई जाएगी. इसलिए बॉर्डर, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर आने वाले यात्रियों को बिना कोरोना टेस्ट के आने दिया जा रहा है.
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स्वास्थ्य सुविधा पर कांवड़ मेले में 25 लाख हुए खर्च
डॉ कुमार खगेंद्र ने बताया कि कांवड़ मेले में 25 लाख रुपए खर्च कर स्वास्थ्य सुविधा बहाल की गई थी. 25 अस्थाई मेडिकल कैंप लगाकर एक लाख 80 हजार मरीजों का सर्दी, खांसी और बुखार जैसी बीमारियों का इलाज किया गया. कांवड़ यात्रा के दौरान 28 एक्सीडेंट से हुई मौत के आंकड़े मिले हैं. उन्होंने बताया कि 17 हजार 800 के लगभग चोट लगे हुए मरीजों का इलाज स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगाए गए स्वास्थ्य कैंप में हुआ.