Kanwar Yatra 2023: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां तेज हो गई है. प्रशासन ने भी अपने ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता तैयारी शुरू कर दी है. बीते दिनों कानून व्यवस्था पर हुई बैठक के दौरान कांवड़ा यात्रा के समय सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा हुई थी. अब हरिद्वार (Haridwar) जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल (Dhiraj Garbyal) ने बयान दिया है.
डीएम धीराज गर्ब्याल ने कहा, "कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर हरिद्वार जिला प्रशासन ने हर की पैड़ी और उसके आसपास के इलाकों में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. प्रतिबंधित क्षेत्र में हेलीकॉप्टर भी नहीं उड़ाए जा सकेंगे. प्रशासन ने चार से 17 जुलाई तक यह प्रतिबंध घोषित किया है. इस क्षेत्र में केवल सुरक्षा में लगे पुलिस-प्रशासन के ड्रोन निगरानी के लिए ही उड़ाए जा सकेंगे."
हालांकि इससे पहले कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए केंद्र से 12 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की मांग की गई है. देहरादून पुलिस मुख्यालय में अंतर्राजीय कोआर्डिनेशन बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल, दिल्ली और राजस्थान के अधिकारी शामिल हुए थे.
डीजीपी ने की थी अध्यक्षता
इस बैठक में आईबी, आरपीएफ, सीआरपीएफ के अधिकारी भी मौजूद रहे थे. अंतर्राज्यीय कोआर्डिनेशन बैठक की अध्यक्षता उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने की थी. डीजीपी बताया था कि कांवड़ रूट और डायवर्जन लागू करने पर चर्चा विस्तार से हुई.
डीजीपी ने कहा था कि सभी राज्यों के अधिकारियों से सीसीटीवी की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया गया. इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी. हर आदमी सीसीटीवी की नजर में रहेगा. कांवड़ियों को पहचान पत्र साथ में रखना अनिवार्य होगा.
अशोक कुमार ने बैठक के बाद चेतावनी देते हुए कहा था कि किसी भी तरह की हुड़दंगबाजी को स्वीकार नहीं किया जाएगा. कांवड़ यात्रा में डीजे नियंत्रित रहेगा. बता दें कि इसकी शुरूआत चार जुलाई से हो रही है.