हरिद्वार: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में हरिद्वार हर की पौड़ी से गंगाजल भेजा जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में गंगाजल और उत्तराखंड के सिद्ध पीठों की मिट्टी भेजने का फैसला भी किया है. सोमवार को हरिद्वार हर की पौड़ी पर मां गंगा की विशेष पूजा-अर्चना कर गंगाजल कलश में भरा गया, साथ ही एक कलश में गंगा की रेत को भी भरा गया. कलश को विश्व हिंदू परिषद अयोध्या पहुंचाएगी.


इस मौके पर आयोजित की गई विशेष पूजा में उत्तराखंड की महामहिम राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य स्वामी युग पुरुष स्वामी परमानंद जी महाराज, अवधूत मंडल आश्रम के स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी महाराज, संजय महंत, बड़े अखाड़े के कोठारी महंत दामोदर दास, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी, गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ सहित राम भक्तों ने भाग लिया.



गंगा पूजन के बाद राम भक्तों ने भगवान श्री राम के उद्घोष भी लगाए. इस मौके पर श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य युग पुरुष स्वामी परमानंद जी महाराज ने कहा कि करोड़ों-करोड़ों हिंदुओं की भावना पूरी हुई है. भगवान राम ने सभी को साथ लेकर काम किया है, उसी तरह से सभी मिलकर भारत को विश्व गुरु बनाएंगे. बहुत समय से विश्व हिंदू परिषद और राम भक्त इस काम के लिए लगे रहे हैं. अब सबकी भावनाएं पूरी होने जा रही हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से जो लोग भूमि पूजन में भाग नहीं हो पाएंगे हम उन सब की तरफ से इस गंगाजल को भूमि पूजन में समर्पित करेंगे.


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