हरिद्वार: क्या वाकई आकाशीय बिजली गिरने से हरिद्वार में हर की पौड़ी पर सुरक्षा दीवार ढह गई थी? अब ये सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि अभी तक सबको यही मालूम था कि आकाशीय बिजली गिरने से हर की पौड़ी पर सुरक्षा दीवार ढही, लेकिन खुद जिलाधिकारी द्वारा बनाई गई टीम की रिपोर्ट इसे नकार रही है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दीवार के गिरने का कारण आकाशीय बिजली नहीं, बल्कि हर की पौड़ी क्षेत्र में हो रहे भूमिगत कार्य हैं. जिसकी वजह से पानी का भारी मात्रा में रिसाव हुआ, जिस कारण दीवार गिरी. तीन सदस्यीय समिति ने जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. इससे पहले सभी आकाशीय बिजली से दीवार गिरने की बात बोल रहे थे. अब जिलाधिकारी सी रविशंकर की ओर से कहा गया है कि भविष्य में संबंधित क्षेत्र में पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था की जाएगी.


बारिश के पानी के रिसाव के कारण ढही दीवार


हरिद्वार के तमाम क्षेत्रों में भूमिगत बिजली लाइन और गैस पाइप लाइन का कार्य चल रहा है. जगह-जगह खुदाई की गई है. खुदाई के बाद गड्ढों को ऐसे ही छोड़ दिया गया है और भारी बारिश होने पर ये गड्ढे लोगों के लिए आफत बन जाते है. सोमवार की रात को भारी बारिश के बीच ऐसा ही हुआ. बारिश का पानी रिसकर हर की पैड़ी की दीवार तक चला गया, जिससे दीवार ढह गई.


जिलाधिकारी सी रविशंकर का बयान


जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कहा है कि हर की पौड़ी पर दीवार गिरने से हादसा हुआ था. मौके पर मेरे द्वारा निरीक्षण भी किया गया. दीवार गिरने के कारण का पता लगाने के लिए एक टेक्निकल ऑफिसर्स की कमेटी का गठन किया गया था. जिसमें एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, यूपीसीएल, इरिगेशन के ईई और एक डिस्ट्रिक्ट माइनिंग ऑफिसर की संयुक्त टीम ने रिपोर्ट बनाकर दी है. जांच में टीम ने पाया कि दीवार आकाशीय बिजली गिरने से नहीं ढही थी, बल्कि पानी के रिवाव के कारण गिरी. जिलाधिकारी का कहना है कि भविष्य में संबंधित क्षेत्र में पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था की जाएगी.


यह भी पढ़ें:


Haridwar: बिजली गिरने के कारण Har Ki Pauri के पास एक दीवार गिरी


देवभूमि पर आसमानी बिजली ने मचाई आफत, हर की पौड़ी में ढह गई 80 फीट की दीवार