Haridwar Bulldozer: उत्तराखंड में सरकारी संपत्तियों पर अवैध तरीके से बनाई जा रही मजारों और दूसरे धार्मिक स्थलों को चिन्हित कर उन्हें गिराने के निर्देश दिए गए हैं. राज्य की पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) सरकार के आदेशों के बाद प्रदेश में बड़े स्तर पर अवैध निर्माण चिन्हित किए गए हैं. इसी कड़ी में सोमवार को हरिद्वार (Haridwar) में बहादराबाद स्थित उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की भूमि पर करीब डेढ़ सौ साल पहले बनी पनचक्की की बिल्डिंग को राजस्व प्रशासन ने जर्जर हालत का हवाला देते हुए ध्वस्त करवा दिया है.
इस भूमि की बिल्डिंग के नीचे साल 2009 से धार्मिक स्थल भी बना है. एसडीएम ने धार्मिक स्थल में रखे धार्मिक ग्रन्थ और अन्य सामान अपनी देखरेख में सुरक्षित बाहर निकलवा दिए. धार्मिक स्थल पर करीब दस से ज्यादा कमरे बने थे जो जर्जर हालत में थे. इस मौके पर इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. जिसके चलते मौके पर किसी तरह विरोध भी देखने को नहीं मिला.
बुलडोजर से हटाई अवैध मजार
एसडीएम पूरन सिंह राणा का कहना है कि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की भूमि पर एक बिल्डिंग बनी थी जो तकरीबन डेढ़ सौ साल पुरानी थी और काफी जर्जर अवस्था में थी. आपदा की दृष्टि से इसके काफी संवेदनशील हालात थे. बिल्डिंग में ही कुछ लोगों द्वारा मजार बनाई गई थी. प्रशासन की टीम द्वारा लोगों से वार्ता कर बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार की धार्मिक पॉलिसी है कि धार्मिक स्थानों को कैसे हटाया जाए, साथ ही अवैध तरीके से बनाए जाने वाले धार्मिक स्थलों को हटाने का प्रावधान है इसी के तहत कार्रवाई की गई है.
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की इस भूमि में आजादी से समय से बनी पनचक्की में पानी के प्रेशर से आटा पिसाई होता था लेकिन धीरे-धीरे पनचक्की अस्तित्व में नहीं रही पनचक्की के अंदर वर्तमान समय में भी पानी बह रहा था. बिल्डिंग ध्वस्तीकरण के दौरान मौके पर उपजिलाधिकारी सीओ सदर निहारिका सेमवाल, पीएसी और बहदराबाद थाने का पुलिस बल मौजूद था.
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