Kanwar Yatra: उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा मार्ग पर अभी ठेला पर नेम प्लेट विवाद लगाने का विवाद थमा ही था कि एक और विवाद शुरू हो गया है. उत्तराखंड के हरिद्वार में हर साल लाखों की संख्या में कावड़ यात्री कावड़ लेने आते हैं. ऐसे में यहां पर पिछली बार शासन के द्वारा जो एक आदेश जारी किया गया था. जिसमें कहा गया था कि ठेला रेडी वालों को ढाबे वालों को अपनी नेम प्लेट लगानी होगी. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ये विवाद समाप्त हो गया था. लेकिन आज एक नया विवाद सामने आया है. हरिद्वार में कुछ मस्जिद और मजार को कांवड़ यात्रा मार्ग पर तिरपाल और टेंट वाला पर्दा लगा कर ढकने का मामला सामने आया है. 


कावड़ यात्रा रूट के ढाबों पर नाम नेम प्लेट वाला विवाद अभी पूरी तरह से थमा नहीं है कि इस बार कांवड़ रूट पर पड़ने वाले मस्जिद और मजारों को त्रिपाल, कपड़ो से ढक दिया गया है. इसको लेकर जिला प्रशासन से एबीपी लाइव ने बात की तो एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल ने कहा कि इस प्रकार का कोई लिखित आदेश या मौखिक आदेश हमारी ओर से जारी नहीं किया गया है. हमने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है. अगर कोई खुद अपनी मर्जी से ऐसा कर रहा है तो हम इसमें कुछ नहीं कह सकते. लेकिन अगर कोई इस प्रकार की अफवाह फैला रहा है तो उसके खिलाफ हम कानूनी कार्रवाई भी कर सकते है.


क्या बोले हरिद्वार के डीएम धीरज गर्बियाल
इस बारे में एबीपी लाइव ने हरिद्वार के डीएम धीरज गर्बियाल से बात की तो उन्होंने भी यही कहा की हमने इस प्रकार का कोई आदेश नहीं दिया है ना लिखित न मौखिक पता नही ये सब कहा से हो रहा है फिलहाल इस की जांच की जा रही है,बता दें कि हरिद्वार के ज्वालापुर के रामनगर कॉलोनी स्थित मस्जिद और दुर्गा चौक के पास स्थित मजार के गेट पर बड़ा तिरपाल लगाया गया है.


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