हरिद्वार: हरिद्वार कुम्भ को लेकर सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी का विरोध लगातार जारी है. जहां एक ओर हरिद्वार के संत इसका विरोध कर रहे हैं वहीं आज हरिद्वार के होटल-ट्रेवल्स व्यवसायियों ने भी अपना मोर्चा खोल दिया. आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार के इस फैसले पर अपना पक्ष रखा.
हरिद्वार के होटल एसोसिएशन ने आज एक बैठक बुलाई जिसमे केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कुम्भ को लेकर जारी की गई एसओपी का विरोध किया. बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने कहा कि सरकार कुम्भ मेले को अति शुक्ष्म करे जिसमे मात्र अप्रैल माह के स्नानों को ही रखा जाए, ताकि बाकी के स्नानों को कुम्भ की एसओपी से छूट मिल सके. इससे हरिद्वार आने वाले यात्री बिना किसी परेशानी के आ सकेंगे. उन्होंने कहा कि हरिद्वार के व्यापारियों ने सोचा था कि कोविड में हुए नुकसान की कुम्भ में भरपाई होगी. लेकिन एसओपी से एक बार फिर नुकसान होने जा रहा है जिसकी भरपाई होनी ही बहुत मुश्किल है.
केवल धनवान श्रद्धालुओं को ही कुंभ में बुलाना चाह रही सरकार- व्यापारी
हरिद्वार होटल एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार केवल धनवान श्रद्धालुओं को ही कुंभ में बुलाना चाह रही है. जिस तरह की यह एसओपी जारी की गई है उससे यह साबित होता है कि गरीब तबके का कुंभ में हरिद्वार आना असंभव है. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि ऐसी एसओपी में ढिलाई बढ़ती जाए नहीं तो हमारे द्वारा इसके विरोध में आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी.
बता दें कि हरिद्वार में कुछ दिनों बाद शुरू हो रहे कुंभ मेले को लेकर उत्तराखंड के सरकारी अमले ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और तीन दिनों की नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाए जाने का जो फरमान जारी किया है.
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