हरिद्वार. उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहे कुंभ का आज अंतिम शाही स्नान है. कोरोना काल में जारी कुंभ मेले का शाही स्नान प्रतीकात्मक ही होगा. सुबह साढ़े 9 बजे तक आम श्रद्धालु हर की पैड़ी पर स्नान कर सकेंगे. इसके बाद ये साधु-संतों के लिए रिजर्व रहेगा. सबसे पहले निरंजनी अखाड़े के संत शाही स्नान करेंगे.
अधिकतम 100 साधु-संत रहेंगे मौजूद
कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि इस बार पेशवाई में संतों की संख्या कम होगी. अखाड़ों के पदाधिकारियों से शाही स्नान को प्रतीकात्मक रूप से करने की अपील की गई है. उन्होंने कहा कि इस दौरान अधिकतम 100 साधु-संत ही मौजूद रहेंगे. वहीं, बैरागी और संन्यासी अखाड़ों के संतों ने आश्वासन दिया है कि सीमित संख्या में संत स्नान करेंगे. साधु-संतों से कोरोना नियमों का पालन करने की भी अपील की गई है.
तैयारियां पूरी
शाही स्नान को लेकर मेला प्रशासन ने पुख्ता तैयारी का दावा किया है. सीओ ट्रैफिक कुंभ प्रकाश देवली ने बताया कि शाही स्नान को लेकर सभी तैयारियां पूरी हैं. उन्होंने बताया कि पिछले स्नानों की तरह ही ट्रैफिक प्लान को लागू किया जाएगा. साथ ही हाईवे को भी ब्लॉक नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अखाड़ों के आने के वक्त पर ही जरूरत पड़ने पर ट्रैफिक रोका या डायवर्ट किया जाएगा.
पीएम मोदी ने की थी अपील
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद पीएम मोदी ने कुंभ को प्रतीकात्मक रखने की अपील की थी. कुछ दिनों पहले मोदी ने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी से बात कर साधु-संतों का हाला जाना. उन्होंने कुंभ को कोरोना के संकट के चलते प्रतीकात्मक रखने की अपील की थी. वहीं, पीएम की अपील के बाद स्वामी अवधेशानंद ने भी लोगों से भारी संख्या में कुंभ का स्नान करने के लिए हरिद्वार नहीं पहुंचने और सभी नियमों का पालन करने का आग्रह किया था.
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