हरिद्वार: हरिद्वार में कुंभ की तारीख लगातार नजदीक आ रही है लेकिन इसे लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है. सरकार न ही अभी कुंभ का नोटिफिकेशन जारी कर पाई है और ना ही अभी काम पूरे हुए हैं. लेकिन अब राज्य सरकार ने एसओपी (मानक प्रचालन कार्यविधि) जारी कर कुम्भ को लेकर कन्फ्यूजन पैदा कर दिया है. जिससे संत समाज, गंगा सभा समेत व्यापारियों ने विरोध जताना शुरू कर दिया है.
हरिद्वार में महाकुंभ की शुरुआत कब होगी इसको लेकर सरकार की ओर से अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है. लेकिन राज्य सरकार ने कोरोना के लिए एसओपी जारी कर हरिद्वार के लोगों को कन्फ्यूजन में डाल दिया है. पहले केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी को लेकर हरिद्वार के लोग और साधु समाज नाराजगी जता रहे थे. अब राज्य सरकार द्वारा कुंभ के लिए जारी की गई कोरोना एडवाइजरी पर संतो ने विरोध शुरू कर दिया है. राज्य सरकार ने एसओपी में कई कड़े नियम रखे हैं, तो वहीं धार्मिक आयोजन पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है. जिसको लेकर साधु समाज विरोध की बात कर रहे हैं.
एसओपी का विरोध करने का ऐलान
बात सिर्फ साधु समाज की नहीं है, राज्य सरकार के द्वारा जारी की गई कोरोना एडवाइजरी से व्यापारी और गंगा सभा के लोग भी काफी नाराज हैं. इससे पहले भी गंगा सभा के लोग केंद्र की एसओपी का विरोध कर चुके हैं. लेकिन अब राज्य सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी को लेकर गंगा सभा के लोगों का साफ कहना है कि सरकार ने एसओपी से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं में डर पैदा कर दिया है. स्नानों को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है. गंगा सभा ने राज्य की एसओपी का विरोध करने का ऐलान भी किया है.
बता दें कि हरिद्वार में कुछ दिनों बाद शुरू हो रहे कुंभ मेले को लेकर उत्तराखंड के सरकारी अमले ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और तीन दिनों की नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाए जाने का जो फरमान जारी किया है.
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