Haridwar Kumbh Mela 2021: जूना अखाड़े की नाराजगी के बाद कुंभ मेले में पेशवाई निकलने का रास्ता हुआ साफ
जूना अखाड़े के साधु-संतों की नाराजगी के बाद कुंभ मेले की पेशवाई निकलने का रास्ता साफ हो गया है. जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज ने सरकार और मेला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है.
हरिद्वार: जूना अखाड़े के साधु-संतों की नाराजगी के बाद हरिद्वार के पांडेवाला स्थित श्री पंचायती धड़ा फिरहेडियान से कुंभ मेले की पेशवाई निकलने का रास्ता साफ हो गया है. जूना अखाड़े के साधु-संतों के साथ कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने हरिद्वार के पांडेवाला स्थित श्री पंचायती धड़ा फिरहेडियान का निरीक्षण किया, इस दौरान उनके साथ कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे. कुंभ मेले में इसी स्थान से जूना, अग्नि और आह्वान तीनों अखाड़ों की पेशवाई निकलती है. यहां साधु-संतों के लिए व्यवस्था न होने के कारण जूना अखाड़े के संतों ने नाराजगी व्यक्त कर मेला नियंत्रण भवन पर धरना भी दिया था.
मेला अधिकारी ने व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के दिए निर्देश निरीक्षण के दौरान मेला अधिकारी दीपक रावत ने सबंधित विभागों के अधिकारियों को पेशवाई स्थल पर बिजली, पानी, सड़क, शौचालय आदि व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. मेला अधिकारी दीपक रावत का कहना है कि कुंभ मेला प्रशासन और संतों के साथ पांडेवाला में निरीक्षण किया गया. यहां पर जूना, अग्नि और आह्वान अखाड़े के रमता पंच आते हैं. अब काफी कम समय बचा है इसलिए मूलभूत सुविधा के लिए बिजली-पानी, टॉयलेट, साफ-सफाई और सजावट के लिए चर्चा हुई है.
अलग ही हरिद्वार देखने को मिलेगा मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि समय रहते हुए सभी कार्यों को पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि साधु-संतों में किसी प्रकार की नाराजगी नहीं है, जो कुछ भी चल रहा है वो मेले के संवाद का हिस्सा है. एक महीने में मेला प्रशासन की तरफ से हरिद्वार का स्वरूप बदला है और जितने भी श्रद्धालु हरिद्वार आएंगे उनको अलग ही हरिद्वार देखने को मिलेगा. मेला अधिकारी ने कहा कि जिस मार्ग से भी संतों की पेशवाई निकाली जाएगी वहां किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा.
अब कहीं कोई नाराजगी नहीं बची है वहीं, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज ने सरकार और मेला प्रशासन का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि मेला अधिकारी ने कई जगह का निरीक्षण है. कई कार्य मेला प्रशासन की तरफ से किए जा रहे हैं. जो कार्य भी अधूरे हैं उनको जल्द पूरा करने का मेला अधिकारी ने निर्देश है. मेला अधिकारी की तरफ से मूलभूत सुविधाओं के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं इसलिए अब कहीं कोई नाराजगी नहीं बची है.
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