हरिद्वार: निरंजनी अखाड़े में कल निकलने वाली पेशवाई को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों से तमाम साधु-संत पेशवाई के लिए पहुंच गए है. बुधवार सुबह 11:00 बजे से निरंजनी अखाड़े की पेशवाई का कार्यक्रम शुरू होगा. ये पेशवाई पूरे शहर से होते हुए निरंजनी अखाड़े में पहुंचेगी. पेशवाई के दौरान कई चीजें आकर्षण का केंद्र रहेंगी. कुंभ के दौरान पेशवाई अखाड़ों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होती है और हर एक अखाड़ा अपनी पेशवाई को भव्य रूप देने की कोशिश भी करता है.
भव्य होगी पेशवाई
हरिद्वार कुंभ के लिए सबसे पहले निरंजनी अखाड़े की पेशवाई निकल रही है, जिसे भव्य रूप देने की तैयारियां चल रही हैं. निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत राम रतन गिरी ने बताया कि पेशवाई को लेकर अखाड़े की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इस बार की पेशवाई 2010 के कुंभ से भी भव्य होगी और इसमें कई चीजें आकर्षण का केंद्र रहेंगी. ये पेशवाई 3 किलोमीटर लंबी रहेगी, जिसमें तमाम साधु-संत मौजूद रहेंगे.
नाराज हैं साधु-संत
गौरतलब है कि, केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से जारी की गई एसओपी से साधु-संत पहले से ही नाराज हैं. लेकिन अब कुंभ के दौरान कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाने की बाध्यता से साधु-संतों में और नाराजगी बढ़ गई है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज का साफ कहना है कि किसान आंदोलन हो या फिर चुनाव, वहां कोरोना नहीं हो रहा है लेकिन, हरिद्वार कुंभ का जिक्र आते ही कोरोना शुरू हो जाता है. सरकार को पहले ही ये तय करना चाहिए था कि कुंभ होगा या नहीं. साधु-संतों को भरोसे में लेकर निर्णय लेना चाहिए था.
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