Haridwar Kumbh Mela 2021: इस बार कुंभ में नहीं होंगे संगठित रूप से भजन और भंडारे, जानें वजह
हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में किसी भी स्थान पर संगठित रूप से भजन, गायन और भंडारे के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ये नए नियम जारी किए हैं.
नई दिल्ली: हरिद्वार में इस वर्ष 27 फरवरी से कुंभ मेला आयोजित होने जा रहा है. हालांकि, कोरोना महामारी के दौर में आयोजित होने वाला यह कुंभ मेला बीते अन्य कुंभ मेलों से काफी अलग होगा. इस बार कुंभ मेले के दौरान किसी भी स्थान पर संगठित रूप से भजन और भंडारे की मनाही रहेगी. उत्तराखंड सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ये नए नियम जारी किए हैं.
इन चीजों पर रहेगी मनाही उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव ने कुंभ मेला क्षेत्र के लिए आदेश जारी करते हुए कहा है कि कुंभ मेले के दौरान सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में किसी भी स्थान पर संगठित रूप से भजन, गायन और भंडारे के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. आपदा प्रबंधन सचिव का ये आदेश कुंभ मेला अधिकारी को दिया गया है.
सरकार ने जारी किया आदेश उत्तराखंड सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा कि, "होटल और अतिथि गृह में विभिन्न स्थानों समेत प्रत्येक कमरे में कोविड 19 की रोकथाम के लिए आवश्यक जानकारियां, गाइडलाइन्स, कंट्रोल रूम नंबर सहित नजदीकी कोविड उपचार केंद्र के नंबर प्रदर्शित किए जाएंगे. अतिथियों का विवरण (यात्रा इतिहास, चिकित्सा स्थिति आदि) के साथ-साथ पहचान पत्र और स्वघोषणा पत्र अतिथि को स्वागत कक्ष में जमा करना होगा. प्रबंधकों को सम्बन्धित दस्तावेज संभाल कर रखने होंगे.''
दी गई है ये सलाह कुंभ मेले में 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, 10 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों, अति संवेदनशील और बीमार व्यक्तियों को मेले में नहीं जाने की सलाह दी गई है. केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के आधार पर उत्तराखंड सरकार ने विभिन्न प्रदेशों से ये अनुरोध किया है.
थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी उत्तराखंड प्रशासन के मुताबिक श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए कुंभ मेले में जाने वाले श्रृद्धालु की बस और रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. कोविड महामारी को ध्यान में रखकर उत्तराखंड सरकार की तरफ से बचाव के लिए आने वाले लोगों से सावधानियां बरतने के संबंध में दिशा निर्देश प्रसारित किए जा रहे हैं. मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कुंभ यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग और आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य करने के लिए रेलवे बोर्ड से अनुरोध किया है.
ट्रेनों में भीड़ होने की संभावना हरिद्वार कुंभ का 'शाही स्नान' 'महा शिवरात्रि' के अवसर पर 11 मार्च को होगा. संभावना ये भी जताई जा रही है कि कुंभ से पहले 11 फरवरी को मौनी अमावस्या, 12 फरवरी को फाल्गुन संक्रांति, 16 फरवरी को वसंत पंचमी, 19 फरवरी को आरोग्य रथ सप्तमी व 20 फरवरी को भीमाष्टमी का स्नान है. ऐसे में हरिद्वार जाने वाले ट्रेनों में भीड़ होने की संभावना है.
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