हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार को महाकुंभ के लिए खूब सजाया और संवारा जा रहा है. जगह-जगह दीवारों पर पेंटिंग्स की जा रही हैं, सड़कों का निर्माण हो रहा है. संत-महात्माओं के लिए टेंटों की व्यवस्था की जा रही है और अब ये भी माना जा रहा है कि 27 फरवरी से कुंभ की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में प्रशासन के पास महीने भर का वक्त बचा है और कई काम अधूरे पड़े हैं. शहर में गंदगी का अंबार है. मिट्टियों के ढेर लगे हैं, ऐसे में मेला प्रशासन वक्त पर कैसे काम पूरा करेगा ये सवाल अब भी बना हुआ है.


27 फरवरी से शुरू हो जाएगा कुंभ मेला
धर्मनगरी हरिद्वार पिछले एक साल से कुंभ के लिए सज संवर रही है. हर विभाग जोर-शोर से कुंभ की तैयारियों में जुटा है. खासकर संत-महात्माओं को इंतजार था कि कुंभ कब शुरू होगा. लेकिन, अब वक्त आ गया है जब कुंभ की विधिवत शुरुआत हो जाएगी. माना जा रहा है कि अगले महीने 27 फरवरी से कुंभ मेला शुरू हो जाएगा.


अधूरे पड़े हैं कई काम
भले ही 27 फरवरी से कुंभ मेला शुरू हो जाए लेकिन धर्मनगरी हरिद्वार में अब भी कई ऐसे काम है जो आधे अधूरे पड़े हैं. एक तरफ शहर को पेंटिंग्स के जरिए संवारा जा रहा है तो वहीं कई ऐसे पेंडिंग काम पड़े हैं जिनकी वजह से शहर बदरंग हो रहा है. शहर में जगह-जगह गंदगी का अंबार है और कई जगह मिट्टियों के ढेर पड़े हैं. हालांकि, मेला अधिकारी का कहना है कि सारे स्थाई काम पूरे हो गए हैं और जो अस्थाई तौर के काम हैं उनको जल्द पूरा कर लिया जाएगा.


गंदगी से परेशान हैं लोग
संत-महात्माओं को भी इंतजार है कि कुंभ की शुरुआत कब होगी और अधूरे कामों को कब पूरा किया जाएगा. स्थानीय निवासी भी इस उम्मीद में बैठे हैं कि कुंभ की जल्द शुरुआत हो जिससे उनका भी काम-धंधा शुरू हो सके. लेकिन, शहर में पड़ी गंदगी से लोग काफी खफा भी हैं. संतों के साथ-साथ स्थानीय निवासी भी कह रहे हैं कि नगर निगम और मेला प्रशासन शहर को सुंदर तो बना रहा है लेकिन सड़कों पर पड़ी मिट्टी और गंदगी इसे बदसूरत कर रही है.


संत और स्थानीय लोग हैं नाराज
हर 12 साल में आने वाले महाकुंभ का स्थानीय लोगों के साथ-साथ संत महात्माओं को बेसब्री से इंतजार रहता है. उन्हें ये उम्मीद रहती है कि सरकार उनके लिए बेहतर व्यवस्था करेगी. लेकिन, इस बार महाकुंभ की आधी अधूरी तैयारियों से संत-महात्मा तो नाराज हैं ही साथ ही स्थानीय निवासी भी इस बात से काफी खफा हैं.



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