नई दिल्ली: देश में बढ़ते कोरोना के मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा रखी है. सरकार विशेष तौर पर इसलिए चिंतित है, क्योंकि लोगों में कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए पहले जैसी आदत नहीं रही. इसलिए प्रधानमंत्री ने आज से 14 अप्रैल तक लोगों को जागरूक करने के लिए एक विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है.


हरिद्वार महाकुंभ पर है नज़र


उत्तराखंड फ़िलहाल तो उन 8 राज्यों में शामिल नहीं है, जहां कोरोना फ़ैलने की बढ़ती रफ़्तार केंद्र सरकार के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. फिर भी हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ को लेकर सरकार चौकन्नी है. महाकुंभ में जितनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, उनमें सोशल डिस्टेंशिंग और कोरोना के बाक़ी प्रोटोकॉल का पालन करवाना एक बड़ी चुनौती है. लिहाज़ा सरकार के भीतर इस बात को लेकर चिंता है कि महाकुंभ कहीं सुपर स्प्रेडर न बन जाए.


ऐसे में वहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं को कोरोना के ख़तरे के बारे में जागरूक रखने के लिए प्रचार प्रसार के अन्य माध्यमों के अलावा उन साधु-संतों की भी मदद ली जाएगी, जो वहां पहुंच रहे हैं. इसके लिए केंद्र सरकार ने एक टीम का भी गठन किया है. कुंभ धर्म और आस्था का एक ऐसा संगम है, जिसमें लोग बड़ी तादाद में शामिल होना चाहते हैं. हरिद्वार में चल रहा वर्तमान कुंभ मेला 30 अप्रैल तक चलेगा.


सोमवार को सरकार के अधिकारियों की हुई एक बैठक में उन सभी तरीकों पर विचार किया गया, जिससे लोगों को कोरोना के ख़तरों और उनसे बचने के उपायों के प्रति सजग रखा जाए. बैठक में एक बात विशेष तौर पर रेखांकित की गई कि कोरोना संक्रमण के एक बार फिर से तेज़ी से बढ़ने की वजह लोगों की लापरवाही भी है.


विशेषज्ञ मानते हैं कि लोग लापरवाह इसलिए हो गए हैं क्योंकि उनमें पहले जैसा डर नहीं रहा. सरकार का मानना है कि लोगों में एक स्तर तक कोरोना का डर रहना भी ज़रूरी है, ताकि वो कोरोना प्रोटोकॉल के प्रति लापरवाह न बनें. हालांकि लोगों में बेवजह डर पैदा नहीं हो इसके लिए एक 'Healthy Fear for Corona' की मुहिम चलाई जाएगी.


टीकाकरण की रफ़्तार बढ़ाने की कोशिश


इसके अलावा सरकार लोगों में टीकाकरण की रफ़्तार बढ़ाने पर भी लगातार काम कर रही है. सरकार के सूत्रों के मुताबिक़ सरकार कोरोना का टीका लगवाने के लिए उन लोगों से सीधा सम्पर्क करेगी जो इसके पात्र हैं. इसके तहत सरकार सभी पेंशनधारियों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने के लिए उन्हें सीधे पत्र भेजने का फ़ैसला कर सकती है.


साथ ही, बैंक कर्मियों को जल्द से जल्द टीका लगाने के लिए भी कोई फ़ैसला हो सकता है, क्योंकि बैंककर्मी लगातार लोगों के सम्पर्क में आते रहते हैं. इसके अलावा एटीएम की पर्ची और प्रचार प्रसार के नए नए माध्यमों से भी टीका लगवाने और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील करने जैसे उपायों पर सरकार विचार कर रही है.