Haridwar Municipal Corporation: हरिद्वार नगर निगम में कांग्रेस और बीजेपी का घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. 2 दिन पहले नगर निगम एमएलए ऑफिस में टेंडर प्रक्रिया को लेकर बीजेपी पार्षद और मेयर पति अशोक शर्मा के बीच कहासुनी हुई थी. इसके बाद टेंडर प्रक्रिया को स्थगित करना पड़ा था. कांग्रेस महानगर कार्यकारी अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि बीजेपी पार्षदों द्वारा मेरे पति पर गंभीर आरोप लगाए गए.
कांग्रेस भी बीजेपी पार्षदों पर टेंडर प्रक्रिया में धांधली करने और मेयर अनीता शर्मा का अपमान करने का आरोप लगा रही है. आज नगर निगम में कांग्रेस महानगर कार्यकारी अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. साथ ही मुख्य नगर आयुक्त को चेतावनी दी कि उनके द्वारा एक पार्टी से मिलीभगत कर कार्य ना किया जाए. इसके अलाव कहा कि मेयर के अपमान पर उनसे मांफी मांगे नहीं तो आंदोलन किया जाएगा.
मुख्य नगर आयुक्त को चेताया
कांग्रेस महानगर कार्यकारी अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि हम मुख्य नगर आयुक्त को चेतावनी देते हुए कहना चाहते हैं कि कांग्रेस द्वारा बोर्ड चलाया गया है और हमें पता है नगर निगम का बाइलॉज क्या है. अगर मुख्य नगर आयुक्त पार्टी बनकर पार्षदों को कहेगा कि मैं तुम्हें ठेकेदारी करवाऊंगा, इसको हम चलने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि आज नगर निगम में हमारे युवा और पढ़े-लिखे पार्षद चुनाव जीत कर आए हैं.
कांग्रेस की मेयर अनीता शर्मा पूरी ईमानदारी से कार्य कर रही है, लेकिन मेयर का अपमान किया जाएगा यह अच्छी बात नहीं है. उन्होंने बताया कि इसी कारण आज हमें नगर निगम में धरने पर बैठना पड़ा. मेयर का अपमान अगर कोई करेगा तो उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. ऐसे अधिकारी के खिलाफ कुछ भी करने को तैयार रहेंगे. उन्होंने कहा कि आज बीजेपी की सरकार है, कल कांग्रेस की सरकार होगी. अधिकारी को कांग्रेस और बीजेपी के साथ सभी पार्टी का सम्मान करना चाहिए. इनका कहना है की मेयर अनीता शर्मा से सम्मान पूर्वक मांफी मांगी जाए तभी नगर निगम बोर्ड चल पाएगा.