Haridwar News: धर्मनगरी हरिद्वार निरंजनी अखाड़े में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सनातन भूषण सम्मानित किया. संतो को उम्मीद है मोहन यादव सनातन परंपरा को आगे बढ़ने का कार्य करेंगे क्योंकि देश में इस वक्त सनातन परंपरा के खिलाफ कई राजनीतिक पार्टियों के नेता गलत बयान बाजी कर रहे हैं. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सिख धर्म की तर्ज पर एक बायोलॉजी बनाने की मांग की है जिसे सनातन धर्म का विरोध करने वाले को तंखिया घोषित किया जाए जिसका वो विरोध करें उसे एक दिन वहां सेवा के लिए लगाए जिससे उसका पश्चाताप हो सके.


अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का कहना है कि निरंजनी अखाड़े में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को सनातन भूषण का सम्मान दिया गया है जिससे वह सनातन परंपरा को आगे बढ़ने का कार्य करें मुख्यमंत्री मोहन यादव यदुवंशी है उत्तर प्रदेश में एक पार्टी यदुवंशियों की है मगर उनके द्वारा मथुरा के लिए कोई कार्य नहीं किया गया हमें मोहन यादव से उम्मीद है यह मथुरा और काशी के लिए कुछ कार्य करेंगे


सनातन का विरोध करने वालों को दी नसीहत
सनातन परंपरा का विरोध करने वाले नेताओं को नसीहत देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि आज पूरे देश में कुछ लोगों द्वारा रामकृष्ण और सनातन का विरोध किया जा रहा है हम कब तक इसे बर्दाश्त करेंगे. इसलिए हम चाहते हैं एक ऐसा बायोलॉजी बनाया जाए जो रामकृष्ण और सनातन का विरोधी है यह और कोई नहीं हमारे धर्म से जुड़े लोग हैं इनको तंखिया घोषित किया जाए.


तंखिया का अर्थ होता है जो जिस चीज का विरोध करता है उसे उसका पश्चाताप करने का मौका मिले. पश्चाताप तब होता है जिसका वो विरोध करेगा उसे वहां एक दिन सेवा करने का मौका दिया जाए. सिख धर्म में यह नियम बना हुआ है सनातन धर्म के लिए हमें यह नियम जल्द बनाना होगा.


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