Uttarakhand News: चमत्कार की आस! मरे हुए बच्चे को लगवाई गंगा में डुबकी, हत्यारा समझकर लोगों ने मां-बाप को पीटा
Haridwar News: हरिद्वार में बेटे के दोबार जिंदा होने की आस लेकर आए मां-बाप लोगों ने हत्यारा समझ कर पिटाई कर दी. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि बेटे को कैंसर था और उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था.
Haridwar News: धर्मनगरी हरिद्वार से आत्मा को झकझोर देने वाला वाक्या सामने आया है. बेटे को बचाने की आस में एक दंपति गंगा स्नान करने आ पहुंचे लेकिन बेटे की रास्ते में ही मौत चुकी थी. इसके बाद भी मां ममता नहीं और उन्होंने इस आस में मृत बेटे को गंगा स्नान कराया कि शायद उनका बेटा फिर जिंदा हो जाए. लेकिन ऊपर वाले को शायद कुछ और मंजूर था. हर की पौड़ी में स्नान करने पहुंचे अन्य लोगों ने मां- बाप हत्यारा समझ कर उनकी पिटाई कर दी.
दिल्ली सोनिया विहार निवासी राजकुमार सैनी अपनी पत्नी के साथ हरिद्वार हर की पौड़ी पर ब्लड कैंसर से पीड़ित अपने 7 वर्ष के बेटे रवि को गंगा स्नान कराने पहुंचा था. रवि का इलाज दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल में चल रहा था मगर डॉक्टरों के जवाब देने के बाद भी रवि के मां-बाप अपने बेटे को खोना नहीं चाहते थे. इसी करण रवि की मौसी के कहने पर रवि को हरिद्वार स्नान कराने पहुंचे मगर रास्ते में ही रवि की मौत हो गई. उसके बावजूद भी अपने बेटे को वह गंगा स्नान कराने हर की पौड़ी पहुंचे. मगर वहां मौजूद लोगों को आभास हुआ की बच्चे को गंगा में डुबोकर मार दिया है. पुलिस ने मां-बाप से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया है.
जांच में सामने आई ये बात
हरिद्वार एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार का कहना है कि दिल्ली निवासी राजकुमार सैनी अपनी पत्नी के साथ अपने 7 वर्षी बेटे को गंगा स्नान करने हरिद्वार आए थे, उनके साथ उनकी एक परिजन भी थी. जांच में पता चला है कि उनके बेटे को ब्लड कैंसर था उसका इलाज दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में किया जा रहा था. मगर डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिये थे लेकिन मां की ममता नहीं मानी. इनको विश्वास था कि गंगा में डुबकी लगाने के बाद उनके बेटे की जान बच सकती है.
उनके ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि रास्ते में ही उनके बेटे की मौत हो गई थी मगर उसके बावजूद भी इनके द्वारा अपने बेटे को स्नान कराया गया. हर की पौड़ी पर मौजूद लोगों द्वारा इन्हें पकड़ा मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चों को अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चों की मौत गंगा में डूबने से नहीं हुई बल्कि खून की कमी होने से हुई है जिस कारण पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया और बच्चे के शव को परिजन के सौंप दिया.
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