Uttarakhand News: हरिद्वार (Haridwar) से पौड़ी (Pauri) जा रही बारातियों से भरी बस मंगलवार रात को खाई में गिर जाने के कारण 32 लोगों की मौत हो गई थी. यह बस हरिद्वार के लालढांग से पौड़ी के लिए बीरोंखाल कांडा तल्ला गांव जा रही थी. अब दूल्हे की कार के ड्राइवर धर्मेंद्र ने दुर्घटना की वजह का खुलासा किया है. उसने बताया कि दूल्हे के वाहन के आगे सांप आ गया था जिसके बाद उसने ब्रेक लगा दी और तभी पीछे बारातियों से भरी बस ने कार को ओवरटेक करते हुए जैसे ही निकली, बस खाई में गिर गई. यह मंजर दूल्हे ने अपनी आंखों के सामने होते देखा. दूल्हे ने दुर्घटना में अपने करीबी रिश्तेदारों को खो दिया है जिससे दूल्हे और उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है.


हरिद्वार के चंडी घाट पर अंतिम संस्कार


इस घटना के बाद से लालढांग गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं, पौड़ी जिले में हुई बस दुर्घटना में मारे गए लोगों के शव आज हरिद्वार के चंडी घाट लाए गए. मृतकों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. एक साथ इतनी बड़ी संख्या में शवों का अंतिम संस्कार देख हर कोई गमगीन था. हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा बस दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों के लिए अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है. श्मशान घाट पर रोते-बिलखते परिजन अपनो के खोने से बेसुध दिखाई दे रहे हैं.


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बच्चे के सिर से उठा माता-पिता का साया


कोई परिवार ऐसा है जिसके घर में अब कोई नहीं बचा, जबकि इस दुर्घटना के बाद किसी बच्चे के सिर से मां-बाप दोनों का साया उठ गया. दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजन जहां एक ओर दुर्घटना स्थल पर एनडीआरएफ के देरी से पहुंचने की बात कह रहे हैं तो वहीं कुछ लोग सड़क के खस्ताहाल होने को दोषी ठहरा रहे हैं. परिजन अब मुआवजे की मांग रहे हैं. मृतकों के परिवार के सदस्य को नौकरी देने की मांग की जा रही है. हालांकि सरकार की तरफ से पीआरडी या आंगनवाड़ी जैसे विभागों में नौकरी दिए जाने की बात कही गई है. 


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