Haridwar News: उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार (Haridwar) में अपराधियों और माफियाओं पर कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. हरिद्वार पुलिस ने अभियान चलाकर माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर और गुंडा एक्ट की कार्रवाई की थी, अब हरिद्वार पुलिस एक कदम आगे बढ़ाते हुए जेल में बंद इन अपराधियों की संपत्तियां जब्त करने की कार्रवाई में लग गई है, ताकि जेल से बाहर आकर ये अपराधी दोबारा से अपना साम्राज्य न खड़ा कर सके. 


हरिद्वार पुलिस ने नौ अपराधियों की संपत्ति और वाहन सहित अन्य प्रॉपर्टी की रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेजी है, जिसमें करीब 9 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने की तैयारी की जा रही है. नकली दवाई बनाने की फैक्ट्री चलाने के आरोपी कपिल त्यागी और प्रवीण त्यागी की 1.72 करोड़ की संपत्ति जिसमें 85 लाख की जमीन, 80 लाख की मशीनें और सात लाख रुपये के वाहन जब्त होंगे.


माफियाओं पर कानूनी शिकंजा कसना शुरू
नकली दवाई बनाने में शामिल आरोपी विशाल और पंकज की 4.44 करोड़ 94 हजार की संपत्ति जब्त होगी, जिसमें 4.20 करोड़ 34 हजार की जमीनें और 22.50 लाख के वाहन बैंक खाते में 2.10 लाख रुपए शामिल हैं. नशा तस्कर आरोपी सुभान की 1.80 करोड़ 19 हजार की संपत्ति जब्त की जाएगी, जिसमें 1.76 करोड़ 59 हजार की जमीन और 2.50 लाख रुपये के वाहन और 1.10 बैंक खाते में जमा हैं.


फर्जी भर्ती सेंटर गिरोह चलाकर युवाओं से करोड़ों रुपये की ठगी करने में गिरफ्तार कांग्रेसी नेत्री आरोपी रेणु नोटियाल उसके भाई अजय नौटियाल और विजय नौटियाल निवासी टिकमपुर कोतवाली लक्सर की 1.43 करोड़ 53 हजार की संपत्ति जब्त होगी, जिसमें 1.15 करोड़ 91 हजार की जमीन 27.50 लाख रुपये के वाहन बैंक खाते में 12 हजार रुपये शामिल हैं.


पुलिस ने जांच शुरू की 
एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि देखने में आता है कि जो अपराधी होते हैं और जिनपर गैंगस्टर लगती है, उनके द्वारा काफी संपत्ति अर्जित की जाती है. इसी को देखते हुए पुलिस ने अभियान के तहत हरिद्वार में गैंगस्टर एक्ट के आरोपियों की संपत्तियों की जांच की गई. इसमे 9 लोग ऐसे पाए गए जिन्होंने लंबे समय से अवैध संपत्ति अपने नाम और अपने रिश्तेदारों के नामों से खरीदी जा रही थी. साथ ही कई ऐसे वाहनों का प्रयोग किया जा रहा था जो अवैध संपत्ति से खरीदे गए थे. पुलिस ने 9 करोड़ 60 लाख की अवैध संपत्ति चयनित की है. इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी गई है जिससे जल्द ही इन संपत्तियों को जब्त किया जा सके.


हरिद्वार के ऐसे कई भू-माफिया भी पुलिस के रडार पर हैं, जो जमीनों पर अवैध कब्जे का खेल कई सालों से खेल रहे हैं लेकिन अब तक उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन कब्जाने जैसे कई मामले अब पुलिस के सामने आने लगे है. कार्रवाई की आस में लोग अब शिकायते लेकर एसएसपी के दफ्तर पहुंच रहे हैं जिसके बाद शिकायतों पर गंभीरता से पुलिस ने जांच शुरू कर दी है ताकि दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके.


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