जेवरात और पैसे लेकर घर से बिना बताए लापता हुआ था नाबालिग, हरिद्वार पुलिस ने परिजनों को सौंपा
Uttarakhand News: लक्सर कोतवाली पुलिस रात में चेकिंग अभियान चला रही थी. तभी सुल्तानपुर की तरफ से एक नाबालिग साइकिल से आते दिखाई दिया, जिस पर पुलिस ने की पूछताछ की.
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Haridwar News: हरिद्वार की लक्सर कोतवाली पुलिस ने संदिग्धता के आधार पर एक नाबालिग बालक से पूछताछ की. जिससे एक बड़ा खुलासा हुआ. बालक अपने परिवार से नाराज होकर घर से बिना बताए निकला था और उसके पास लाखों के गहने और नकदी भी मौजूद थी. पुलिस की सक्रियता के चलते यह मामला उजागर हुआ और बालक को सुरक्षित उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया.
बताया गया कि, लक्सर कोतवाली पुलिस द्वारा रात में नियमित चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान पुलिस को एक साइकिल सवार नाबालिग बालक संदिग्ध अवस्था में सुल्तानपुर की तरफ से आता हुआ दिखाई दिया. पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि वह अपने घर से नाराज होकर बिना बताए बाहर निकला है. इसके अलावा, बालक के पास घर में रखी नकदी और आभूषण भी थे, जो उसके पिता और चाचा द्वारा मकान निर्माण और बहन की शादी के लिए सुरक्षित रखे गए थे.
नाबालिग के पास पुलिस को मिला समान
बालक के पास मौजूद पीठू बैग की तलाशी लेने पर पुलिस को 7 लाख 15 हजार रुपये नगद, दो सोने की अंगूठी, एक जोड़ी कान की बालियां, 5 नोज पिन, 4 जोड़ी चांदी के बिछुए, 2 चांदी के सिक्के, और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ. इसके बाद पुलिस ने बालक के परिजनों से संपर्क किया. बालक के पिता राकेश पाल और चाचा हिप्पी किन्नर, निवासी कनखल, थाने में बुलाए गए. पुलिस ने बालक को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया और नकदी, आभूषण, तथा अन्य सामान भी सुरक्षित रूप से परिजनों को सौंप दिया गया.
इस पूरी घटना में हरिद्वार पुलिस की सतर्कता और ईमानदारी की परिजनों ने प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस समय पर सक्रिय न होती, तो बालक के साथ कोई गंभीर घटना हो सकती थी. पुलिस की तत्परता ने एक संभावित त्रासदी को टाल दिया. इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि पुलिस की नियमित चेकिंग अभियान किस तरह से सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा सकती है.
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