हरिद्वार: केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने हर की पौड़ी क्षेत्र में हो रहे हैं सौंदर्यीकरण के कार्यों को लेकर निरीक्षण किया गया था. निरीक्षण के दौरान कार्यों से निशंक असंतुष्ट नजर आए थे और उन्होंने नाराजगी भी व्यक्त की थी. हर की पौड़ी के पास रोड़ी बेलवाला में करोड़ों की लागत से लगाई जा रही घास को लेकर निशंक ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई गई थी और मामले में हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर को 24 घंटे में स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश भी दिया था. शनिवार को हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया.


पैसे की बर्बादी
हरिद्वार में हर की पैड़ी के पास रोड़ी बेलवाला मैदान में सौंदर्यीकरण के लिए लगाई जा रही हरी भरी घास सवालों में आ गई है. दरअसल, जिस मैदान में करोड़ों की लागत से ये घास लगाई जा रही हैं उसमें कुंभ मेले और अन्य महत्वपूर्ण गंगा स्नानों पर भीड़ नियंत्रण के लिए निर्माण किए जाते हैं. ऐसे में सौंदर्यीकरण के नाम पर घास लगाने के इस काम को पैसे की बर्बादी कहा जा रहा है.


जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
शनिवार को हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया और संबंधित विभाग के अधिकारियों से सवाल जवाब किए. इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री और हरिद्वार के सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक भी योजना के कार्यों पर अपने निरीक्षण के दौरान नाराजगी जता चुके हैं. जिलाधिकारी सी रविशंकर का इस मामले पर कहना है कि जांच की जा रही है हर की पौड़ी क्षेत्र और रोड़ी बेलवाला क्षेत्र में जितने भी सौंदर्यीकरण के कार्य होने हैं उसकी जांच कर रहे हैं कि ये डीपीआर के अनुसार हो रहे हैं या नहीं.


40 लाख का कार्य हो चुका है
सी रविशंकर ने कहा कि रोड़ी बेलवाला में जो घास लगाई जा रही है उसकी क्षतिपूर्ति कैसे की जाए इस को लेकर विचार किया जा रहा है. क्योंकि, कुंभ मेले में इस क्षेत्र में क्षति होना स्वाभाविक है. कुंभ मेले में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेड लगाए जाएंगे. घास लगाने का कार्य एक करोड़ का था और 40 लाख का कार्य हो चुका है. यहां पर विभागीय अधिकारी 6 करोड़ का कार्य बता रहे हैं. जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है.


34 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया गया है
जिलाधिकारी ने बताया कि हर की पौड़ी के सौंदर्यीकरण के लिए 34 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया गया है और जितने भी कार्य चल रहे हैं वो डीपीआर के अनुसार हो रहे हैं या नहीं इसकी जांच की जाएगी की जाएगी. अधिकारी का कहना है कि डीपीआर में जो कार्य होंगे उसी कार्य को किया जा सकता है. डीपीआर में इस कार्य को 20 लाख में किया जाना था मगर संशोधन करके इसे एक करोड़ का किया गया है इसके कागज भी देखे जा रहे हैं.


श्री गंगा सभा ने भी किया विरोध
श्री गंगा सभा भी इन कार्यों का विरोध कर रही है. सभा का कहना है कि सौंदर्यीकरण के नाम पर जिस तरह से पैसों की बंदर बांट की जा रही है वो कहीं न कहीं कुंभ कार्यों पर सवालिया निशान खड़ी करती है. श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ का कहना है कि हर की पौड़ी की तमाम व्यवस्था श्री गंगा सभा देती है और सौंदर्यीकरण को लेकर श्री गंगा सभा से चर्चा भी की गई. जो पहले डीपीआर बन के आया था उसमें रोड़ी बेलवाला क्षेत्र में काफी कार्य किया जाना प्रस्तावित था. मेला अधिकारी के साथ बैठक में इस क्षेत्र के लिए चर्चा की गई क्योंकि ये क्षेत्र कुंभ मेले में भीड़ नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण होता है और इन कार्यों से उसमें काफी दिक्कत होगी. जहां पर पैसे का ज्यादा उपयोग हो वहां लगाना चाहिए.


खुद एक्टिव हुए मंत्री
वहीं, जिलाधिकारी के साथ स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के प्रतिनिधि ओमप्रकाश जगदमनी का कहना है कि केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को जब जानकारी मिली की हर की पौड़ी के सौंदर्यीकरण को लेकर जो पैसा आया है उस पैसे को रोड़ी बेलवाला में लगाया गया है तो तुरंत जिलाधिकारी से संपर्क किया गया और जिलाधिकारी से 24 घंटे में इस मामले में जांच रिपोर्ट मांगी गई. शनिवार को जिलाधिकारी ने मौके पर आकर खुद इसका निरीक्षण किया. अधिकारी का कहना है कि कुंभ के वक्त इस क्षेत्र में पुलिस थाने बनाए जाएंगे इसलिए ये पैसा बेकार में खर्च किया गया. मेला प्रशासन को यात्रियों की सुविधा पर ध्यान देना चाहिए. हरिद्वर आने वाले किसी भी यात्री को कोई असुविधा न हो उसके ऊपर पैसा खर्च किया जाना चाहिए. इसीलिए अब केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक खुद एक्टिव हुए हैं.



ये भी पढ़ें:



मनीष सिसोदिया ने हरीश और त्रिवेंद्र को बताया एक सिक्के के दो पहलू, सीएम को दी खुली बहस की चुनौती


केशव प्रसाद मौर्य ने बोले- पूर्वांचल के विकास को देना होगा महत्‍व, प्रदेश में नहीं चलेगी गुंडागर्दी