Uttarakhand News: हरिद्वार (Haridwar) रेलवे स्टेशन मास्टर को कई बार धमकी भरे पत्र मिल चुके हैं. इन पत्रों में हरिद्वार रेलवे स्टेशन और धार्मिक स्थानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. आज तक पुलिस द्वारा धमकी भरे पत्र भेजने वाले को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. मगर पहली बार इस मामले में जीआरपी पुलिस (GRP Police) द्वारा मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है कि आखिर धमकी भरे पत्र किसके द्वारा भेजे जा रहे हैं.

जीआरपी डीआईजी रेणुका का कहना है कि धमकी भरे पत्र मिलने के मामले में पहली बार मुकदमा दर्ज किया गया है ताकि इसकी जांच कर आरोपी को पकड़ा जा सके. अभी तक की जांच में पता चला है कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन मास्टर को जितने भी धमकी भरे पत्र मिले हैं वह एक ही व्यक्ति द्वारा भेजे जा रहे हैं. मगर अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ है. वो काफी शातिर तरीके से इस काम कर रहा है.  जीआरपी पुलिस द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं ताकि जल्द आरोपी को गिरफ्तार किया जा सके.


शातिर आरोपी ने छोड़ा नहीं कोई सबूत
धमकी भरे पत्र भेजने वाला अपने आपको लश्कर-ए-तैयबा का एरिया कमांडर बताता है. हालांकि इसके बावजूद वह जीआरपी पुलिस की पहुंच से दूर है. हालांकि जीआरपी पुलिस ने पहली बार इसे गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अब देखना होगा जीआरपी पुलिस कब तक इस आरोपी को गिरफ्तार कर पाती है. बताया जा रहा है कि आरोपी इतना शातिर है कि उसने अपने पीछे एक भी सबूत नहीं छोड़ा है. उल्लेखनीय है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में अक्सर एय़रपोर्ट और रेलवे स्टेशन को उड़ाने के फर्जी कॉल किए जाते हैं. शायद यही वजह है कि उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता.


ये भी पढ़ें -


UP Politics: बिहार सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को यूपी में मिली अहम जिम्मेदारी, यहां जानें