(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Uttarakhand News: दयानिधि मारन के बयान पर शंकराचार्य की तीखी प्रतिक्रिया, कल से शुरू करेंगे चार धाम की यात्रा
DMK MP Dayanidhi Maran Remarks: दयानिधि मारन के विवादित बयान पर बवाल मचा हुआ है. चार धाम की यात्रा पर उत्तराखंड पहुंचे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भी प्रतिक्रिया दी है.
Dayanidhi Maran Remarks: उत्तर भारतीयों पर डीएमके सांसद दयानिधि मारन के विवादित बयान से संत समाज में नाराजगी है. ज्योर्तिपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने दयानिधि मारन को अहंकारी बताया है. उन्होंने कहा कि उत्तर भारतीयों के खिलाफ विवादित बयान से दयानिधि मारन की मानसिकता का पता चलता है. बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में डीएमके सांसद दयानिधि मारन को विवादित बयान देते हुए सुना जा सकता है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश या बिहार के हिंदी भाषी तमिलनाडु में शौचालय साफ करने, कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में मजदूरी करने का काम करते हैं. दयानिधि मारन के विवादित बयान पर सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है.
दयानिधि मारन ने के बोल से गुस्से में संत
मंगलवार को उत्तराखंड दौरे के पहले दिन अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती हरिद्वार पहुंचे. उन्होंने दयानिधि मारन के बयान की निंदा की. कल बुधवार को शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शरदकालीन चारधाम यात्रा के लिए प्रस्थान करेंगे. उन्होंने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि के सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि ज्यादा अच्छा होता अगर राम जन्म दिवस पर मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होती. कोई विशेष कारण रहा होगा, जो राम नवमी पास होते हुए भी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय की गई.
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर शंकराचार्य
उन्होंने विशेष कारण पूछे जाने पर कहा कि चुनाव नजदीक है और शायद आचार संहिता से पहले 22 जनवरी की तारीख पर मुहर लगी होगी. शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शीतकालीन चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड प्रवास पर हैं. कल गंगा पूजा करने के बाद शीतकालीन चारधाम यात्रा पर निकलेंगे. अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि कल से मां गंगा का पूजन कर चारधाम यात्रा की शुरुआत करेंगे. उन्होंने बताया कि मां गंगा की पूजा के बाद यात्रा का समापन भी होगा. शरदकालीन चारधाम यात्रा सात दिनों की रहेगी. यात्रा समाप्त होने के बाद शंकराचार्य अनुभवों को साझा करेंगे. उन्होंने आने वाले समय में शीतकालीन चारधाम यात्रा के लिए लोगों को प्रेरित करने की भी बात कही.