हरिद्वारः धर्म नगरी हरिद्वार में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं पर हरिद्वार जिला प्रशासन वेस्ट मैनेजमेंट चार्ट लगाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिससे कि बाहर से आने वाले यात्रियों पर कितना टैक्स लगाया जाए, इस टैक्स को होटल धर्मशाला की ओर से यात्रियों से वसूला जाएगा. वहीं इस टैक्स का होटल और धर्मशाला वाले विरोध कर रहे हैं. तो वही संत समाज का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के बनाए गए उत्तर प्रदेश विकास बोर्ड की तर्ज पर हरिद्वार विकास बोर्ड बनाया जाए जिससे हरिद्वार का विकास भी हो सके.


पर्यटकों से लिया जाएगा टैक्स


दरअसल उत्तराखंड में कई ऐसे टूरिस्ट प्लेस है जहां पर बाहर से आने वाले पर्यटकों से टैक्स लिया जाता है. उसी की तर्ज पर हरिद्वार में भी जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों से चार्ज लेने की तैयारी की जा रही है. हरिद्वार नगर निगम की तरफ से स्थानीय निवासियों से कूड़ा निस्तारण चार्ज लिया जाता है. मगर हरिद्वार में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और इसकी वजह से हरिद्वार में काफी गंदगी भी होती है. जिसको नगर निगम की ओर सेउठाया जाता है मगर इसका चार्ज श्रद्धालुओं से नहीं लिया जाता है.


स्वच्छ होगा हरिद्वार


हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि हरिद्वार में काफी संख्या में यात्री आते हैं और इस कारण काफी गंदगी भी होती है अभी हरिद्वार नगर निगम स्थानीय लोगों से ही यूजर चार्ज ले रही है. मगर हम विचार कर रहे हैं कि बाहर से आने वाले यात्रियों से वेस्ट मैनेजमेंट चार्ज लिया जाए और जल्दी ही इसका निर्णय लिया जाएगा.


जिलाधिकारी का कहना है कि इस चार्ज के माध्यम से किसी को परेशान नहीं किया जाएगा मगर कूड़ा निस्तारण के लिए पर्याप्त संसाधन होने भी जरूरी है और उस टैक्स के माध्यम से संसाधनों में बढ़ोतरी की जाएगी, जिससे हरिद्वार शहर साफ सुथरा रह सके. इसे हरिद्वार में यात्रियों के आने में भी बढ़ोतरी होगी. फिलहाल जिलाधिकारी का कहना है कि यात्रियों पर कितना चार्ज लगाया जाएगा यह भी तय नहीं किया गया है इस पर विचार किया जा रहा है.


टैक्स से दूर होगी संसाधनों की कमी


हरिद्वार नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त तनवीर सिंह मरवाहा का कहना है कि जिलाधिकारी की ओर से ली गई बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया. जिस तरह से उत्तराखंड के टूरिस्ट प्लेस में पर्यटकों से चार्ज लिया जाता है उसी की तर्ज पर हरिद्वार आने वाले यात्रियों से भी चार्ज लिया जाए. हरिद्वार टूरिस्ट प्लेस है, प्रतिदिन यहां पर लाखों की संख्या में यात्री आते हैं. इस कारण यात्रियों से कूड़ा निस्तारण चार्ज लेने की तैयारी की जा रही है. जिससे नगर निगम में कूड़ा निस्तारण के लिए संसाधन की जो कमी है वह भी दूर होगी इनका कहना है कि अभी इस कार्य को करने में थोड़ा समय लगेगा.


होटल और धर्मशाला मालिक कर रहे विरोध


जिला प्रशासन की ओर से होटल धर्मशाला के माध्यम से यात्रियों से कूड़ा निस्तारण चार्ज वसूल करने को लेकर होटल और धर्मशाला वाले इसका विरोध कर रहे हैं. इनका कहना है कि यात्रियों से चार्ज वसूल करना यह कार्य नगर निगम का है. पहले भी हरिद्वार में इस तरह की व्यवस्था थी, हरिद्वार ज्वालापुर के पास चेक पोस्ट पर यात्रियों से चार्ज वसूल किया जाता था. उनका कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से हमारे पास कर्मचारियों की कमी है इस तरह से यात्रियों से चार्ज वसूल करने से हमारे और यात्रियों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न होगी, इसलिए यह चार्ज नगर निगम की ओर से ही वसूला जाना चाहिए.


संत समाज ने की हरिद्वार विकास बोर्ड की मांग


वही संत समाज की ओर से बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से दान करने की अपील की जा रही है. जिससे उन पैसों से हरिद्वार का विकास हो सके. अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी का कहना है कि लाखों यात्री हरिद्वार आते हैं और यात्रियों को दान करना चाहिए क्योंकि हरिद्वार सप्त पूरियों में से एक पूरी है. उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश विकास बोर्ड बनाया इसी की तर्ज पर हरिद्वार विकास बोर्ड बनाना चाहिए और उसके चेयरमैन जिलाधिकारी को बनाया जाना चाहिए. जिससे हरिद्वार का विकास हो सके इस से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं में हरिद्वार का भाव बना रहे और इसके माध्यम से हरिद्वार के सौंदर्यीकरण में बहुत बड़ा योगदान रहेगा.


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